पंजाब के प्रिसिपल का वेतन यूपी, बिहार से भी कम

साल 2011 में पंजाब के प्रिसिपल के वेतन में कोई क्लेरिकल गलती रहने व छठे वेतन आयोग की ओर से ठीक न करने पर प्रिसिपल निराश है। पंजाब एजुकेशन सर्विस आफिसर्स प्रिसिपल्स की राज्य स्तरीय ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर फिरोजपुर के अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर सुखप्रीत सिंह सिद्धू को मांग पत्र दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 10:22 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 10:22 PM (IST)
पंजाब के प्रिसिपल का वेतन यूपी, बिहार से भी कम
पंजाब के प्रिसिपल का वेतन यूपी, बिहार से भी कम

जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : साल 2011 में पंजाब के प्रिसिपल के वेतन में कोई क्लेरिकल गलती रहने व छठे वेतन आयोग की ओर से ठीक न करने पर प्रिसिपल निराश है। पंजाब एजुकेशन सर्विस आफिसर्स, प्रिसिपल्स की राज्य स्तरीय ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर फिरोजपुर के अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर सुखप्रीत सिंह सिद्धू को मांग पत्र दिया गया।

मांग पत्र देते हुए ज्वाइंट एक्शन कमेटी के सदस्यों ने कहा पांचवें वेतन आयोग की रिपोर्ट में साल 2011 में क्लेरिकल मिस्टेक हुई। इस कारण इस कार्य के वेतन फिक्स करते हुए भारी गड़बड़ हो गई। दरअसल केंद्र सरकार के गजट नोटिफिकेशन नंबर 470 तिथि 29 अगस्त 2008 के मुताबिक प्रिसिपल स्कोर 10,000-15200 की जगह वेतन स्केल 12000-16500 पर फिक्स किया गया था। पंजाब के पांचवें वेतन कमीशन के जर्नल कन्वर्जन टेबल के मुताबिक यह स्केल 15600-39100 पे बेंड और ग्रेड पे 7800 रुपए बनता है। कमीशन की रिपोर्ट में जेबीटी से लेकर अध्यापकों के सभी काडर को केंद्र सरकार के आधार पर वेतन स्केल दिए गए थे परंतु प्रिसिपल को गलती से वेतन स्केल 15600-39100 और ग्रेड पे 6600 दिया। वेतन स्केल में गलती होने का गैस के केंद्र सरकार और कई दूसरे स्टेट जैसे यूपी और बिहार से भी काफी कम कर दिए गए। प्रिसिपल्स ने वेतन कमीशन के समक्ष अपना पक्ष रखा था लेकिन वेतन कमीशन ने अपने रिपोर्ट में इस बात का जिक्र तक नहीं किया। वेतन कमीशन के रवैए से प्रिसिपल्स में नाराजगी बढ़ रही है।

मांग पत्र देने के अवसर पर प्रिसिपल नरेश कुमार, परगट सिंह बराड़, हरफूल सिंह मनजीत कौर, सुखविदर सिंह, कोमल अरोड़ा, चरण सिंह बेअंत सिंह, अवतार सिंह और कपिल सानन मौजूद थे।

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