दांव पर लगी फिरोजपुर पुलिस की आबरू
फिरोजपुर कैंट थाने के तत्कालीन एसएचओ और मौजूदा बठिडा में डीएसपी तैनात राकेश कुमार सहित 12 मुलाजिमों पर केस दर्ज हुआ है।
अमनदीप सिंह, फिरोजपुर : बठिंडा के जुझार नगर गली नंबर-4 की रहने वाली पीड़ित महिला की हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका के बाद फिरोजपुर कैंट थाने के तत्कालीन एसएचओ और मौजूदा बठिडा में डीएसपी तैनात राकेश कुमार सहित 12 मुलाजिमों पर केस दर्ज हुआ है। फिलहाल अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई। पुलिस मामले में गंभीरता से जांच कर रही है।
पीड़ित महिला ने पुलिस की मनमानी और अनावश्यक प्रताड़ित करने का रवैये अपनाने वालों को कानून का पाठ पढ़ाने की ठानी है। इससे फिरोजपुर पुलिस की आबरू दांव पर लगी है और पुलिस अब काबिल वकील की तलाश में जुटी है, ताकि महिला के एमएलआर (मेडिको लीगल रिपोर्ट) और बयानों पर अच्छे से समझा-परखा जा सके और तोड़ निकाला जा सके। फिलहाल फिरोजपुर पुलिस के लिए 19 नवंबर की तारीख चुनौती बनी हुई है, क्योंकि पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में 19 नवंबर तक एफआइआर करने के बाद की कॉपी अदालत में जमा करवानी है।
इस मामले में डीएसपी राकेश कुमार के बारे में तो सारी जानकारी है, लेकिन अन्य 12 मुलाजिम कौन-कौन हैं, इसके बारे तलाश की जा रही है। रिपोर्ट पेश करने से पहले फिरोजपुर पुलिस काबिल वकीलों से भी राय लेगी, ताकि केस को कैसे आगे बढ़ाया जाए और एफआइआर के मुताबिक किन-किन बातों को आधार बनाकर रिपोर्ट को हाईकोर्ट में पेश किया जा सके। इस पर गंभीरता दिखाई जा रही है।
किस आधार पर बनाई एमआरएल, की जा रही जांच
जिला पुलिस के जांच अधिकारी प्रवीन कुमार का कहना है कि सिमनरजीत कौर ने हाईकोर्ट में दर्ज करवाए बयान और एमएलआर क्या है, इन पर खासतौर पर ध्यान दिया जाएगा कि किस आधार पर फरीदकोट के डॉक्टरों ने मेडिकल बनाया। महिला के जमा करवाए गए दस्तावेज को जांचने-परखने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।