सरकारी अस्पताल में आर्थो स्पेशलिस्ट की तैनाती से मरीजों को मिली राहत
आर्थो स्पेशलिस्ट की कमी से जूझ रहे सिविल अस्पताल को स्पेशलिस्ट मिलने से राहत मिली है।
सुभाष आनंद. फिरोजपुर : आर्थो स्पेशलिस्ट की कमी से जूझ रहे सिविल अस्पताल को स्पेशलिस्ट मिलने से राहत मिली है। सरकारी अस्पताल में आर्थो स्पेशलिस्ट न होने से पहले हड्डियों के मरीजों को इलाज के लिए दूसरे जिलों का रुख करना पड़ता था, अगस्त में दो आर्थो स्पेशलिस्ट की सिविल अस्पताल में नियुक्ति के बाद महज दो महीने में 70 मरीजों के आपरेशन किए जा चुके है।
आर्थो स्पेशलिस्ट निखिल और कनिष्क ने कहा सिविल अस्पताल से हड्डियों का कोई मरीज इस दौरान दूसरे जिलों रेफर नहीं किया गया। आर्थो स्पेशलिस्ट के आने से जहां हड्डियों के वार्ड में मरीज की संख्या बढ़ी है, वहीं तीस बेड की क्षमता वाले इस वार्ड की क्षमता बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। सिविल अस्पताल में आर्थो स्पेशलिस्ट की कमी पूरी होने के बाद मरीज घुटने बदलने और हड्डी टूटने पर प्लेट्स के साथ राड डलवाने के लिए पहुंच रहे हैं। डा. निखिल और कनिष्क ने कहा अस्पताल में आपरेशन की सुविधा शुरू होने के बाद 70 मरीजों के आपरेशन किए जा चुके हैं। दो मरीजों के घुटने बदले गए है जबकि कई मरीजों के राड और प्लेट डाली गई हैं। सबसे अहम बात है कि सरकार की आयुष्मान योजना के तहत इलाज बिलकुल मुफ्त किया जा रहा है। इससे पहले मरीजों को फरीदकोट मेडिकल कालेज और लुधियाना के अस्पतालों में रेफर किया जाता रहा है। अब मरीजों को दूसरे जिले में जाने की आवश्यकता नहीं है।
मल्लांवाला के गांव गुलेके निवासी परमजीत कौर ने कहा कि उनको कई महीनों से घुटनों की तकलीफ थी। अब सिविल अस्पताल के डाक्टर ने उनके घुटने बदले है, जिससे वह फिर से बिना किसी तकलीफ से चल फिर सकते हैं।