बारिश से निपटने के लिए रेलवे ने बनाई रणनीति
मंडल रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने बताया कि मानसून का मौसम रेलवे के लिए काफी चुनौती पूर्ण होता है क्योंकि बारिश के कारण भूस्खलन तटबंधों में दरार पुलों के बह जाने की समस्याओं के साथ-साथ यार्डों में पानी भरने से ट्रैक सर्किट काम करना बंद कर देते हैं जिससे सिग्नलिग प्रणाली के विफल होने के कारण ट्रेन संचालन प्रभावित होता है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : मंडल रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने बताया कि मानसून का मौसम रेलवे के लिए काफी चुनौती पूर्ण होता है क्योंकि बारिश के कारण भूस्खलन, तटबंधों में दरार, पुलों के बह जाने की समस्याओं के साथ-साथ यार्डों में पानी भरने से ट्रैक सर्किट काम करना बंद कर देते हैं, जिससे सिग्नलिग प्रणाली के विफल होने के कारण ट्रेन संचालन प्रभावित होता है।
बारिश के मौसम में रेल सेवाएं सुरक्षित एवं निर्बाध रूप से चलती रहें। इसके लिए मंडल की ओर से विस्तृत रणनीति बनाई गई है। अमृतसर, लुधियाना, फिरोजपुर कैंट, पठानकोट, जम्मूतवी, श्री माता वैष्णो देवी कटरा रेलवे स्टेशनों के यार्डों के जल निकासी व्यवस्था की पुर्णत: सफाई कर ली गई है। मंडल के अन्य स्टेशनों के यार्डों पर जल निकासी व्यवस्था की सफाई का कार्य चल रहा है जिसे शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। रेलवे पटरियों के किनारे कटाई में बनी लगभग 142 किलोमीटर नालियों की सफाई कर ली गई है। फिरोजपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले 178 रेल पुलों के जलमार्ग की सफाई की गई है। मुसलाधार बारिश के दौरान जमा पानी को जल्द से जल्द निकालने के लिए 17 रेल अंडर ब्रिज (आरयूबी) पर मोटर पंप तैयार किया गया है। बाढ़ के कटाव से निपटने के लिए विभिन्न स्टेशनों पर पत्थरों के बोल्डर, बोरियां, बांस-बल्ली इत्यादि से भरे वैगनों की व्यवस्था कर ली गई है।
मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि बाढ़ की स्थिति को लेकर राज्य सरकार के आपदा नियंत्रण कार्यालय से समन्वय स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने जनसाधारण से अपील करते हुए कहा कि यदि मुसलाधार बारिश, बाढ़, ट्रैक में दरार आदि की आशंका होती है तो अविलम्ब दूरभाष संख्या 9779232279 पर सूचित करें।