शीतला मंदिर में श्रद्धालुओं ने किया आंवला पूजन

सिद्धपीठ श्री शीतला माता मंदिर में आंवला नवमी पूजन आयोजित किया गया। ठंड की परवाह न करते हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 05:32 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 05:32 AM (IST)
शीतला मंदिर में श्रद्धालुओं ने किया आंवला पूजन
शीतला मंदिर में श्रद्धालुओं ने किया आंवला पूजन

संवाद सूत्र, फिरोजपुर

सिद्धपीठ श्री शीतला माता मंदिर में आंवला नवमी पूजन आयोजित किया गया। ठंड की परवाह न करते हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। पंडित राजेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवला नवमी मनाई जाती है। इस दिन स्वस्थ रहने की कामना के साथ आंवला की पूजा की जाती है और आंवले के वृक्ष के नीचे बैठकर भोजन किया जाता है। इसके पीछे मान्यता है कि इससे आयु और आरोग्य में वृद्धि होती है। इस दिन पूजन करके आंवले को और खिचड़ी को प्रसाद के रूप में ग्रहण भी किया जाता है। इसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है,क्योंकि इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य अक्षय फल देने वाला होता है अर्थात उसके शुभ फल में कभी कमी नहीं आती। मंदिर की तरफ से खिचड़ी का प्रसाद भक्तों के लिए बनवा कर उन्हें वितरित किया गया। मंदिर प्रधान नंद किशोर गूगन, विनय सिगला कोषाध्यक्ष, गंगा देवी, चांदनी कश्यप, दविद्र पाल, नवीन कश्यप, संजीव पांडे, कपिल ग्वाला (श्री बम्म लहरी वेलफेयर सोसायटी रजि.) मनोज, निशा, हिना मौजूद थे। ----------------- पांच सवामणी की सेवा गोमाता को अर्पित की : सुरेंद्र

संवाद सूत्र, फिरोजपुर

अखिल भारतीय अगरवाल सम्मेलन फिरोजपुर छावनी के डायरेक्टर सुरेन्द्र अगरवाल की प्रेरणा एवं सहयोग से सम्मेलन के सरपरस्त लाल चंद गोयल एवं प्रधान नवीन गुप्ता की देखरेख में गोपाष्टमी के पावन पर्व पर गोपाल गोशाला फिरोजपुर में पांच सवामणी की सेवा गोमाता की सेवा में अर्पित की गई। सम्मेलन के सदस्य अरविद बांसल, अशोक गुप्ता, राकेश अगरवाल, सांकेत बांसल एवं घर्षित मितल विशेष रूप से उपस्थित थे।

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