मेडिकल अफसर की कंडम इमारत में शिफ्ट होगा फिजियोथरेपी सेंटर

सरकारी अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाने के लिए रेडक्रास का फिजियोथेरेपी सेंटर मेडिकल अफसर की रिहायश के लिए बनाई गई कंडम इमारत में शिफ्ट किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 10:37 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:37 PM (IST)
मेडिकल अफसर की कंडम इमारत में शिफ्ट होगा फिजियोथरेपी सेंटर
मेडिकल अफसर की कंडम इमारत में शिफ्ट होगा फिजियोथरेपी सेंटर

सुभाष आनंद, फिरोजपुर : सरकारी अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाने के लिए रेडक्रास का फिजियोथेरेपी सेंटर मेडिकल अफसर की रिहायश के लिए बनाई गई कंडम इमारत में शिफ्ट किया जा रहा है। पिछले 12 साल से वीरान पड़ी इमारत में न तो बिजली, पानी का प्रबंध है और न ही शौचालय का। कंडम हो चुकी इमारत की छतों से भी पानी टपकता है और फर्श भी उखड़ चुका है। न तो इमारत के दरवाजे थे और न ही खिड़कियां। चोरों की ओर से इमारत के शीशे तोड़ ग्रिलें व अन्य सामान चोरी कर लिया गया है।

सिविल अस्पताल में सीटी स्केन मशीन लगाने पर डाक्टर्स और रेड क्रास अधिकारियों में खींचतान शुरू हो गई है। सिविल अस्पताल में चल रहे रेडक्रास के फिजियोथरेपी सेंटर को छोटी जगह शिफ्ट करने के लिए डाक्टर्स दबाव डाल रहे है। वहीं रेडक्रास फिजियोथरेपी सेंटर के मुलाजिम इस बात का विरोध कर रहे हैं। मुलाजिमों के मुताबिक अगर सेंटर बदलना ही है तो उनको उपयुक्त जगह दी जाए। फिजियोथरेपी सेंटर की संचालक सोनिया कमरों की सफाई खुद कर रही । उनका कहना है कि उन्हें कंडम इमारत में शिफ्ट करना मंजूर है, परंतु इमारत का सुधार करना जरूरी है। फिलहाल उनकी तरफ से जेब से खर्च कर पिछली दीवार को तैयार करवाया गया है और लाइट का प्रबंध भी करवाया गया है। सोनिया ने कहा कि यदि ये सेंटर मक्खू गेट स्थित रेडक्रास की बिल्डिग में शिफ्ट किया गया तो मरीजों का आना बंद हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में आर्थो पीडिक सर्जन हैं जो मरीजों को उनके पास एक्सरसाइज के लिए भेजते हैं। फिजियोथरेपी सेंटर में रोजाना 25 मरीजों की ओपीडी है ।

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जल्द होगा इमारत का सुधार : एसएमओ

सिविल अस्पताल के एसएमओ गुरमेज राम गोराया ने बताया कि अस्पताल में पहले ही जगह की कमी है। क्योंकि डिप्टी मेडिकल कमिश्नर का दफ्तर यहां शिफ्ट है ।जगह की कमी को लेकर ही ये सेंटर इस बिल्डिग में शिफ्ट किया गया है । इमारत की मरम्मत के लिए उच्चाधिकारियों से फंड की मांग की गई है और जल्द इमारत की मरम्मत करवाई जाएगी।

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