एनएचएम कर्मियों की हड़ताल को पैरा मेडिकल स्टाफ ने दिया समर्थन

वेतन बढ़ोतरी व रेगुलर करने की मांग को लेकर एनएचएम मुलाजिम छठे दिन भी हड़ताल पर रहे। सिविल अस्पताल में दो घंटे के लिए एक्सरे विभाग और फार्मेसी को बंद रखा गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 10:36 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 10:36 PM (IST)
एनएचएम कर्मियों की हड़ताल को पैरा मेडिकल स्टाफ ने दिया समर्थन
एनएचएम कर्मियों की हड़ताल को पैरा मेडिकल स्टाफ ने दिया समर्थन

संवाद सूत्र, फिरोजपुर : वेतन बढ़ोतरी व रेगुलर करने की मांग को लेकर एनएचएम मुलाजिम छठे दिन भी हड़ताल पर रहे। सिविल अस्पताल में दो घंटे के लिए एक्सरे विभाग और फार्मेसी को बंद रखा गया।

मुलाजिम नेताओं ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मुलाजिमों की मांगें न मान कर अड़ियल रवैया अपना रही है । सरकार ने वेतन में नौ फीसद बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया जो मुलाजिमों ने रद कर दिया है। मुलाजिमों मुख्य मांग है कि उनको शीघ्र पक्का किया जाए।

हड़ताल के कारण कोरोना वैक्सीन, टेस्टिग और फतेह किट बांटने का काम प्रभावित रहा। कोरोना टेस्ट जांच के लिए फरीदकोट में देरी से भेजने और रिपोर्ट सही समय पर ना मिलने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शनिवार को ओपीडी सामान्य चलती रही और मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नही आई। समर्थन में उतरे संगठन

पंजाब राज्य स्वास्थ्य विभाग रेडियोग्राफर एसोसिएशन के महासचिव संदीप सिंह ने बताया कि एसोसिएशन ने हड़ताल के समर्थन में दो घंटे एक्सरे की सुविधा बंद रखी, जबकि पैरामेडिकल के सचिव रमन अत्री ने भी हड़ताल का समर्थन करने की घोषणा की, जिस कारण फार्मेसी का काम भी दो घंटे रूका रहा। नोसिखए कर रहे है कोरोना टैस्टिग

मुलाजिमों की हड़ताल कारण कोरोना टेस्ट के लिए उन स्टूडेंट को लगाया है जो अभी अनुभव नहीं रखते। सिविल अस्पताल फिरोजपुर के सीनियर मेडिकल आफिसर गुरमेज गुराया ने बताया कि नेशनल रुरल हेल्थ मिशन के कर्मचारी हड़ताल पर होने के कारण कोरोना से लड़ने के लिए के स्थानीय मेडिकल कालेज जैंसिस और हार्मोनी आयुर्वेदिक कालेज के स्टूडेंट की सेवाएं ली जा रही हैं। पहले की भांति कोरोना टेस्टिग हो रही है दूसरी तरफ पंजाब सरकार ने निर्णय लिया है कि जो कर्मचारी हड़ताल पर है उन्हे वेतन नही दिया जाएगा और कर्मचारियों को चेतावनी भी दी है यदि वह हड़ताल पर होते हैं तो उनपर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 अधीन कार्रवाई भी हो सकती है

chat bot
आपका साथी