कूड़े के साथ सीवरेज की गंदगी से लोग बेहाल

सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण शहर में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर रोजाना बढ़ रहे हैं। कुछ समय पहले नगर कौंसिल ने शहर की सफाई करने का प्रयास किया था लेकिन सफाई कर्मचारियों के विरोध के चलते वह प्रयास भी सफल नहीं हो पाया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 10:36 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 10:36 PM (IST)
कूड़े के साथ सीवरेज की गंदगी से लोग बेहाल
कूड़े के साथ सीवरेज की गंदगी से लोग बेहाल

मोहित गिल्होत्रा, फाजिल्का : सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण शहर में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर रोजाना बढ़ रहे हैं। कुछ समय पहले नगर कौंसिल ने शहर की सफाई करने का प्रयास किया था, लेकिन सफाई कर्मचारियों के विरोध के चलते वह प्रयास भी सफल नहीं हो पाया।

शहर के मुख्य तौर पर शिवालिक स्कूल, पटवार खाने के निकट, बार्डर रोड, शनिदेव मंदिर के निकट, डीएवी स्कूल के निकट व फिरनी रोड पर एक माह से गंदगी फेंकी जा रही है, जहां कूड़े के बड़े बड़े टीले बनते जा रहे हैं। धोबीघाट मोहल्ला निवासी हैप्पी कपूर, फिरनी रोड निवासी राजा राम, शिवालिक स्कूल के निकट रहने वाले जगदीश कुमार ने कहा कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते उनका जीना दुर्भर हो गया है। क्योंकि लोग अपने घरों की गंदगी लाकर यहां नुक्कड़ों पर फेंक रहे हैं, जिस कारण अगर वह उन्हें रोकते हैं तो झगड़े की नौबत बन जाएगी।

सीवरेज जाम बना परेशानी

फाजिल्का में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण विभिन्न क्षेत्रों में सीवरेज का पानी लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। वहीं शहर के गांधी चौक के निकट भी सीवरेज का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर दुकानों की आगे फैल गया है। दुकानदार अजय कुमार ने बताया कि पिछली गलियां ऊंची होने के कारण सीवरेज का पानी दुकानों के आगे जमा हो गया है, वह कई बार नगर कौंसिल को समस्या के बारे में बता चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा। मांगों के हल तक रहेगा संघर्ष जारी

सफाई कर्मचारी यूनियन के उपप्रधान फतेह चंद ने कहा कि कर्मचारी पिछले 20 सालों से ठेकेदारी सिस्टम के तहत कार्य कर रहे हैं। कम वेतन होने के चलते घरों का गुजारा नहीं हो पा रहा है। ऐसे में अब सरकार से आरपार की लड़ाई के लिए संघर्ष शुरू किया गया है। जैसे ही सरकार मांगों को मानेगी तो एक से दो दिन में शहर साफ सुथरा कर दिया जाएगा।

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