अब डाक्टरों ने जड़ा सिविल सर्जन आफिस को ताला

पिछले कई दिन से हड़ताल पर चल रहे सरकारी अस्पतालों के पीसीएमएस डाक्टरों ने सोमवार को सिविल सर्जन के आफिस को ताला जड़ दिया। जिला कांप्लेक्स स्थित इस कार्यालय को तीन दिन तक बंद रखने का एसोसिएशन ने फैसला लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 10:39 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 10:39 PM (IST)
अब डाक्टरों ने जड़ा सिविल सर्जन आफिस को ताला
अब डाक्टरों ने जड़ा सिविल सर्जन आफिस को ताला

दर्शन सिंह, सुभाष आनंद, फिरोजपुर : पिछले कई दिन से हड़ताल पर चल रहे सरकारी अस्पतालों के पीसीएमएस डाक्टरों ने सोमवार को सिविल सर्जन के आफिस को ताला जड़ दिया। जिला कांप्लेक्स स्थित इस कार्यालय को तीन दिन तक बंद रखने का एसोसिएशन ने फैसला लिया है। इसी के तहत पहले दिन सोमवार को पहले दिन दो घंटे ताला जड़े रखा और रोष प्रदर्शन कर सरकार की डाक्टर विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की । खास बात ये भी देखने को मिली कि सिविल सर्जन से लेकर जिला प्रोग्राम अफसर, डीएचओ समेत सहायक सिविल सर्जन, जिला टीकाकरण अफसर व अन्य अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी डाक्टरों के हक में आवाज बुलंद करते कामकाज बंद रखा । हालांकि इस दौरान कायार्लय में काम करवाने आने वाले लोगों को घंटों इंतजार करने के बाद बैरंग लौटना पड़ा ये लोग सरकार के साथ-साथ इस आफिस के अधिकारियों को कोसते नजर आए। उधर छठे पे कमीशन को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले पीसीएमएस डाक्टरों के जिला प्रधान जतिद्र कोछड़ ने कहा कि यदि हमारी मांगें नहीं मानी गई तो आने वाले समय में हम इमरजेंसी सर्विस को भी बंद कर सकते हैं। डा. नवीन सेठी ने कहा कि हम छठे पे कमीशन की रिपोर्ट को रद करते हैं। वहीं सीनियर मेडिकल अफसर डा. भूपेंद्र ने कहा कि पंजाब सरकार को डाक्टरों की जायज मांगों को तुरंत स्वीकार करना चाहिए ताकि डाक्टर मानवता की सेवा में फिर से जुड़ सकें । अब ओपन ओपीडी भी डाक्टरों ने की बंद

वहीं सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों ने ओपन ओपीडी को भी तीन दिन के लिए बंद कर दिया है। इसके चलते अस्पताल में ओपीडी पर्ची से लेकर एक्सरे, लैब टेस्ट और ब्लड बैंक में काम नहीं किया गया। जिला प्रधान डा. जतिदर कोछड़ ने कहा कि उनकी एसोसिएशन के डाक्टर हड़ताल के बावजूद दो सौ से लेकर 250 मरीजों तक की पैरलल ओपीडी कर लेते थे, लेकिन तीन दिनों के लिए वे भी बंद कर दी गई है। मरीजों ने हड़ताल खत्म करने की मांग की

सिविल अस्पताल में दाखिल कश्मीर कौर का कहना है कि सरकार को चाहिये कि डाक्टरों की मांगों को पहल के आधार पर मान ले। ताकि मरीजों को फिर से सेहत सुविधाएं मिल सकें। अपना दुखड़ा सुनाते बचित्र कौर ने कहा कि आज सुबह से ही कोई भी डाक्टर वार्ड में नही पहुंचा। इसके चलते उनकी सेहत जांच नहीं हो सकी।

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