पराली न जला बढ़ाई फसल की पैदावार व बचाया पर्यावरण

ब्लाक ममदोट के गांव किशोर वाले झुग्गे का रहने वाला किसान गुरमेज सिंह दो साल से धान की पराली और गेहूं की नाड़ को आग न लगाकर अपनी फसल की पैदावार बढ़ा रहा है व दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 04:24 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 04:24 PM (IST)
पराली न जला बढ़ाई फसल की पैदावार व बचाया पर्यावरण
पराली न जला बढ़ाई फसल की पैदावार व बचाया पर्यावरण

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : ब्लाक ममदोट के गांव किशोर वाले झुग्गे का रहने वाला किसान गुरमेज सिंह दो साल से धान की पराली और गेहूं की नाड़ को आग न लगाकर अपनी फसल की पैदावार बढ़ा रहा है व दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बना हुआ है।

कृषि विभाग और आत्मा स्कीम ममदोट की प्रेरणा से किसान गुरमेज सिंह 40 एकड़ की खेती करता है। गुरमेज का कहना है कि उसने दो साल पहले हैपी सीडर की खरीद की और पहले साल आठ एकड़ में हैपी सीडर के साथ गेहूं की बिजाई की और अगले साल हैपी सीडर के साथ गेहूं की बिजाई की। किसान के अनुसार हैपीसीडर के साथ गेहूं की बिजाई करने पर जहां खर्चा कम आता है वहीं घास फूस की समस्या भी बहुत कम आती है।

गुरमेज ने कहा कि अन्य किसान भी हैपी सीडर के साथ गेहूं की बिजाई करने को पहल दौं, जिससे कम खर्च किए जाने से गेहूं की बिजाई की जा सके और वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके।

दर्शन सिंह

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