फिरोजपुर में नहीं मिला कोरोना का कोई नया केस

जिला फिरोजपुर में कोरोना महामारी का प्रकोप काफी कम हो चुका है। जिले में रविवार को कोरोना से न तो किसी भी व्यक्ति की हुई है और न ही जिले में कोई नया केस सामने आया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 10:10 PM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 10:10 PM (IST)
फिरोजपुर में नहीं मिला कोरोना का कोई नया केस
फिरोजपुर में नहीं मिला कोरोना का कोई नया केस

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : जिला फिरोजपुर में कोरोना महामारी का प्रकोप काफी कम हो चुका है। जिले में रविवार को कोरोना से न तो किसी भी व्यक्ति की हुई है और न ही जिले में कोई नया केस सामने आया है। जिले में अब कोरोना के मात्र 10 एक्टिव केस बचे हैं। जिले में अब तक 265494 लोगों के टेस्ट किए गए है, जिनमें से 14298 पाजिटिव केस पाए गए हैं और 13786 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

मेगा कैंप में 200 ने लगवाई वैक्सीन, कई लोग बिना डोज के लौटे राज नरूला, अबोहर : राधा स्वामी सत्संग घर किल्लियांवाली व हनुमानगढ़ रोड पर रविवार को सेहत विभाग की ओर से वैक्सीनेशन का मेगा कैंप लगाया गया, जिसमें दो हजार लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इसके बावजूद वैक्सीन कम पड़ गई व कई लोगों को बिना वैक्सीन लगवाए वापस जाना पड़ा।

डेरा राधा स्वामी के वैक्सीन लगाने के प्रबंधों को लेकर लोग डेरा राधा स्वामी से ही वैक्सीन लगवाना पसंद करता है। यहीं कारण है कि जैसे ही लोगों को राधा स्वामी सत्संग घर में वैक्सीन कैंप लगने का पता चलता है तो लोगों का हजूम उमड़ पड़ता है जिस कारण डेरे के प्रबंध भी कम पड़ जाते हैं। रविवार को किल्लियां वाली रोड पर 1064 लोगों को पहली व दूसरी डोज लगाई गई, जबकि हनुमानगढ़ रोड पर करीब 950 से करीब लोगों को कोविशील्ड की पहली दूसरी व कोवैक्सीन की पहली व दूसरी डोज लगई गई। इसके बावजूद वैक्सीन कम पड़ने से लोगों को वैक्सीन वापिस आना पड़ा।

बेशक राधा स्वामी सत्संग घर में रविवार को मेगा वैक्सीन कैंप लगने के कारण वैक्सीन लगवाने वाले लोग व सेवादार सुबह छह बजे से ही पहुंच गए, लेकिन हैरानी की बात यह है कि वैक्सीन लगाने वाली टीम नौ बजे के बाद पधारी। लोगों का कहना था कि जब वैक्सीन लगवाने लोग व सेवादार सुबह छह बजे पहुंच गए हैं तो फिर स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी समय पर पहुंच जाना चाहिए ताकि लोगों को इतना इंतजार न करना पडे़।

कैंप में 45 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे लोग भी पहुंचे थे, जिन्होंने अभी तक पहली डोज भी नहीं लगवाई है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग अब धीरे धीरे वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आने लगे है। उधर, कई लोगों ने बताया कि अस्पताल या अन्य जगहों पर लगने वाले कैंपों में भीड़ इतनी ज्यादा होती है व प्रबंध भी नहीं होते जिस कारण वह वैक्सीन लगवाने से कतराते रहे। उन्होंने कहा कि सत्संग घरों के प्रबंध व सेवा देखकर अब वह वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आए हैं।

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