डाक्टर अपनी पर्ची पर देख रहे, दवा नहीं मिल रही, मरीज परेशान डाक्टर्स की पर्ची पर नहीं मिली दवा

सिविल अस्पताल फिरोजपुर में पैरलल ओपीडी में मरीजों को पीसीएमएस (पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस) की पर्ची से देख रहे डाक्टर्स ने तो जिम्मेदारी खूब निभाई लेकिन मरीजों को उनकी पर्ची रास नहीं आई। 6वें पे कमिशन की रिपोर्ट के विरोध में पैरलल ओपीडी चला रहे डाक्टर्स की पर्ची पर मरीजों को दवा नहीं मिली। सोमवार को दवा न मिलने के कारण मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। फार्मेसी मुलाजिमों ने कहा ओपीडी के नंबर वाली पर्ची पर ही दवा से सकते है। बिना नंबर की पर्ची पर दवा दी तो स्टाक का मिलान मुश्किल होगा। फार्मेसी मुलाजिमों के जवाब से कई मरीजों को वापिस लौटना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 03:44 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 07:18 AM (IST)
डाक्टर अपनी पर्ची पर देख रहे, दवा नहीं मिल रही, मरीज परेशान डाक्टर्स की पर्ची पर नहीं मिली दवा
डाक्टर अपनी पर्ची पर देख रहे, दवा नहीं मिल रही, मरीज परेशान डाक्टर्स की पर्ची पर नहीं मिली दवा

सुभाष आनंद, फिरोजपुर

सिविल अस्पताल फिरोजपुर में पैरलल ओपीडी में मरीजों को पीसीएमएस (पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस) की पर्ची से देख रहे डाक्टर्स ने तो जिम्मेदारी खूब निभाई लेकिन मरीजों को उनकी पर्ची रास नहीं आई। 6वें पे कमिशन की रिपोर्ट के विरोध में पैरलल ओपीडी चला रहे डाक्टर्स की पर्ची पर मरीजों को दवा नहीं मिली। सोमवार को दवा न मिलने के कारण मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। फार्मेसी मुलाजिमों ने कहा ओपीडी के नंबर वाली पर्ची पर ही दवा से सकते है। बिना नंबर की पर्ची पर दवा दी तो स्टाक का मिलान मुश्किल होगा। फार्मेसी मुलाजिमों के जवाब से कई मरीजों को वापिस लौटना पड़ा।

डाक्टर्स ने सोमवार को भी अलग ओपीडी में मरीजों की जांच की। करीबन सवा तीन सौ मरीज सिविल अस्पताल पहुंचे। मरीजों को देखने के लिए डाक्टर्स ने खुद पीसीएमएस की पर्ची काटी। ओपीडी बंद रहने कारण मरीजों ने डाक्टर्स से जांच तो करवाई लेकिन दवा देने फार्मेसी पहुंचे तो निराश लौटना पड़ा। करीबन 45 मरीज बिना दवा के वापस लौटे। चीफ फार्मासिस्ट आफिसर हरप्रीत सिंह ने कहा कि जब तक सरकारी पर्ची से पैसे नहीं भरे जाते वे दवा नहीं दे सकते। स्टाक क्लीयरेंस में दवाओं का मिलान तो उन्हें ही करना होगा।

जिले के सरकारी अस्पतालों के डाक्टर्स ने विरोध सोमवार को भी विरोध जारी रखा। डाक्टर्स ने आगे भी पैरलल ओपीडी बना कर मरीजों का इलाज करने की बात कही। डाक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जतिदर कोछड़ ने कहा कि डाक्टर्स सरकार को बातचीत के लिए कह रहे है लेकिन सियासी उलझन में डाक्टर्स की बात सुनी नहीं जा रही। सोमवार को भी डाक्टर्स ने अपनी ओपीडी बना कर मरीजों का इलाज किया। एसोसिएशन ने विरोध को लेकर रणनीति तैयार कर रही है तब तक डाक्टर्स पैरलल ओपीडी में ही मरीजों का इलाज करेंगे। विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार 6वें पे कमिशन की रिपोर्ट पर डाक्टर्स से बात नहीं करती।

..नहीं हुए एक्सरे

पैरलल ओपीडी में मरीजों को डाक्टर्स की मिल रही पर्ची के आधार पर सोमवार को एक भी एक्सरे नहीं किया गया। रेडियोग्राफर्स ने कहा पे कमिशन की रिपोर्ट के खिलाफ वे भी है और डाक्टर्स के साथ हैं। सरकारी रिकार्ड में एक्सरे न दर्ज होने कारण वे मरीजों का एक्सरे नहीं कर रहे। फिल्मों का स्टाक रिकार्ड में शो नहीं होगा। भविष्य में उनको दिक्कत होगी। मजबूरीवश वे एक्सरे नहीं कर रहे। मरीज खाली लौटे, दवा मिल नहीं रही, जांच भी नहीं होता, पर्ची किस काम की

शेखां वाली बस्ती के संजीव कुमार ने कहा कि हार्ट की दिक्कत है, डाक्टर्स ने दवा लिखी तो फार्मेसी वालों ने कहा सरकारी पर्ची लाओ तभी दवा मिलेगी। निराश होकर जा रहा हूं। त्वचा रोग विशेषज्ञ को दिखाने पहुंची बस्ती टैंकावाली निवासी शिमला रानी ने कहा डाक्टर ने देख कर दवा लिखी लेकिन फार्मेसी ने दवा देने से इंकार कर दिया। गुरमीत कौर ने कहा टीबी की शिकायत कारण डाक्टर ने छाती का एक्सरे लिखा था लेकिन ओपीडी में पैसे जमा कराने के बाद ही पर्ची दिखा एक्सरे होगा। डाक्टर्स की पर्ची काम नहीं आई।

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