पार्षद ने कहा डेढ़ करोड़ खर्च किए, फिर भी नहीं सुधरी सफाई व्यवस्था

वैसे तो वार्ड 29 में सीवरेज व्यस्था पर 45 लाख खर्च किए गए है और आगे विकास करवाए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 11:40 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 11:40 PM (IST)
पार्षद ने कहा डेढ़ करोड़ खर्च किए, फिर भी नहीं सुधरी सफाई व्यवस्था
पार्षद ने कहा डेढ़ करोड़ खर्च किए, फिर भी नहीं सुधरी सफाई व्यवस्था

सुभाष आनंद, प्रेमनाथ, फिरोजपुर

वैसे तो वार्ड 29 में सीवरेज व्यस्था पर 45 लाख खर्च किए गए है, और टाइल्स रोड के साथ लाइटिग पर भी लाखों खर्च हुए, लेकिन सफाई के हालात जस के तस रहे। वार्ड के विकास पर डेढ़ करोड़ से अधिक खर्च होने के बाद भी वार्ड के हालात कुछ अधिक नहीं बदले। सफाई न होने से वार्ड निवासी रोष जता रहे है तो भाजपा के पार्षद राजेश कुमार निंदी ने कहा विपक्ष में रहते हुए विकास कराना चुनौती था जो किसी हद तक पूरी की।

वार्ड नंबर 29 में रोहित माडल स्कूल का इलाका, खन्ना वाली गली, गली नंबर पांच, अड्डा खाईवाला, सुनियार वाली गली जैसे इलाके शामिल हैं। वार्ड के अधिकतर इलाकों की सड़कों पर टाइल लगवा दिया गया है। भाजपा के पार्षद राजेश कुमार निंदी को चुनावों में 1482 वोट मिले थे। आजाद उम्मीदवार काला को एक हजार वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी प्रत्याशी बाबा गिल को सौ वोट मिले थे। सबसे अधिक वोट लेकर पार्षद चुने जाने कारण राजेश से वार्ड निवासियों को अधिक उम्मीदें थी। गंदगी हटी ही नहीं तो कैसा विकास

वार्ड निवासी ओम प्रकाश, अशोक शर्मा, धीरज कुमार ने कहा कि पीर बाबा शहनशाह वाली गली में इतनी गंदगी है कि बाहर निकलना मुश्किल है। इलाके में पीने का पानी भी दूषित आ रहा है। वार्ड़ कहीं भी आरसो सिस्टम नहीं है। बारिश के दिनों में गंदा पानी जमा हो जाता है तो और परेशानी होती है। बाहर के लोग यहां पर आना पसंद नहीं करते। कई बार पार्षद के ध्यान मे इस समस्या को लाया गया लेकिन नतीजा शून्य ही रहा है।कई गलियों में लाइट के खंबे तो लगे है लेकिन रात हो लाइट नहीं जलती। अंधेरा होने कारण वहां से गुजरते हुए भी डर लगता है। ट्यूबवेल से मिली राहत

वार्ड निवासी सुरजीत सिंह ने कहा कि वार्ड में पानी के लिए ट्यूबवेल लगने से राहत मिली है। सीवरेज प्रोजेक्ट का काम होने स इलाके को राहत मिली है। विपक्ष में रहते हुए भी पार्षद ने इतना काम कराया जो सराहनीय है। पार्षद की कार्यशैली सराहनीय रही। टाइल्स रोड बनने से भी राहत मिली है।

(बॉक्स) ..विकास पर खर्च किए एक रोड़ 60 लाख पीने के पानी के ट्यूबवैल पर 25 लाख, टाइल्स रोड पर 42 लाख रुपए खर्च किए। शमशानघाट तक का रास्ता तैयार किया। वार्ड के अड्डा खाई से शमशानघाट तक नया सीवरेज डालने पर 45 लाख रुपए खर्च किए। दस लाख गली नंबर पांच में वाटर सप्लाई व्यवस्था पर खर्च किए हैं।सफाई की कहीं-कहीं दिक्कत है ये समस्या लोगों के सहयोग के बिना हल नहीं हो सकती।

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