एनएचएम कर्मियों ने बंद रखी इमरजेंसी सेवाएं
नेश्नल रूरल हेल्थ मिशन के मुलाजिमों ने पक्का होने और वेतन बढ़ोतरी को लेकर तीसरे दिन भी काम छोड़ हड़ताल जारी रखी।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : नेश्नल रूरल हेल्थ मिशन के मुलाजिमों ने पक्का होने और वेतन बढ़ोतरी को लेकर तीसरे दिन भी काम छोड़ हड़ताल जारी रखी। स्टेट बाडी एनआएचएम यूनियन पंजाब के आह्वान पर जिला फिरोजपुर के समूह एनआएचएम कर्मचारी ने मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन किया और अपना कामकाज बंद रखा।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि नेशनल प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए एनआरएचएम मुलाजिमों का सबसे बड़ा योगदान रहा है। बावजूद इसके सरकार एनआरएचएम मुलाजिमों को लंबे समय से नजर अंदाज कर रही है। इस दौरान इमरजेंसी सेवाऐं बंद रखी, जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जिला प्रधान हरजिदर सिंह की अध्यक्षता में पंजाब सरकार के शोषण से परेशान फिरोजपुर के एनआरएचएम कर्मचारियों ने अनिश्चित समय के लिए हड़ताल शुरू की गई है, जोकि मांगों पूरी होने तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान इमरऐंसी सेवाऐं भी बंद रहेगी और इससे निकलने वाली परिणामों की जिम्मेवारी सरकार व विभाग की होगी। इस मौके पर हरजिदर सिंह, सीनियर उपप्रधान सुखदेव राज और जनरल सचिव जोगिदर सिंह ने कहा सरकार जानबूझ कर उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है, जिससे उनमें रोष की लहर बढ़ती जा रही है। इस मौके एमपीएच वर्कर यूनियन पंजाब के उपप्रधान नरिदर कुमार शर्मा, सतपाल सिंह, क्लास फोर के प्रधान राम प्रसाद, रमन अत्तरी, हरप्रीत सिंह, शेखर, राकेश गिल, सुधीर, पुनीत मेहता, संदीप कुमार, ललित नागपाल, संगीता, प्रभजीत कौर, ज्योति बाला आदि उपस्थित थे।
एनएचएम कर्मियों ने कामकाज ठप रखकर की हड़ताल संवाद सहयोगी, अबोहर : सरकार की ओर से स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगें न माने जाने के विरोध में नेशनल मिशन के तहत कार्यरत कर्मियों ने वीरवार को हड़ताल करते हुए कामकाज ठप्प रखा। हड़ताल के कारण वैक्सीन व सैंपलिग का कार्य भी प्रभावित हुआ।
नेशनल हेल्थ मिशन की ब्लाक प्रधान प्रवीण, राजेश कुमार ने बताया कि एनएचएम कर्मचारी 12-12 वर्षों से ठेके पर कार्य कर रहे है, लेकिन उनको पक्का नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने उनकी दो मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था लेकिन उसे भी पूरा नहीं किया गया, क्योंकि उन्हें हर वर्ष छह प्रतिशत का इंक्रीमेंट मिलता है जिसे उन्होनें 15 प्रतिशत तक करने की मांग की थी, जिस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह 15 प्रतिशत केवल एक वर्ष ही किया जाएगा। इसके अलावा नई भर्ती में भी उन्हें मात्र 50 प्रतिशत कोटा देने की बात स्वास्थ्य मंत्री ने की है, जोकि उन्हें मंजूर नहीं है। इसी के विरोध में उन्हें फिर से धरना लगाने को मजबूर होना पड़ा। इस मौके पर एएनएम राजिद्र कौर, प्रवीण कौर, मीनू रानी, डिपल, राज सिंह, विपन कुमार, लखविदर कौर, राजेश कुमार, बलविदर सिंह, बलविदर कौर, डा. राजदीप कौर, डा. श्वेता शर्मा व डा. विशु शर्मा मौजूद थे।