मयंक फाउंडेशन ने शुरू किया डस्ट-टू-डस्टबिन अभियान
स्वस्थ पर्यावरण के लिए स्वच्छता का अत्यधिक महत्व है और मयंक फाउंडेशन इस संबंधी कड़ी मेहनत कर रहा है। संस्था लोगों से डस्टबिन का उपयोग करने का आग्रह कर रही है।
संवाद सूत्र, फिरोजपुर : स्वस्थ पर्यावरण के लिए स्वच्छता का अत्यधिक महत्व है और मयंक फाउंडेशन इस संबंधी कड़ी मेहनत कर रहा है। संस्था लोगों से डस्टबिन का उपयोग करने का आग्रह कर रही है। मयंक फाउंडेशन ने पंजाब स्टेट कौंसिल आफ साइंस एंड टेक्नोलाजी और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के संरक्षण में डस्ट टू डस्टबिन अभियान लांच किया है। इस अवसर पर संस्था की ओर से सरकारी स्कूल बाजीदपुर के प्रिसिपल को डस्टबीन भेंट किए गए। इस अवसर पर राकेश कुमार, डा.गजल प्रीत अरनेजा, हरिदर भुल्लर, कुलवंत कौर, सरोज बाला, रूही, संजीव कटारिया, हरजिदर सिंह और स्कूल के फैकल्टी सदस्य और स्टाफ उपस्थित था।
किसान जागरूकता कैंप लगाया संवाद सूत्र, ममदोट (फिरोजपुर) : कृषि और किसान भलाई विभाग की ओर से वीरवार को गांव राऊके हिठाड़ में डा. जंगीर सिंह गिल कृषि अफसर, ममदोट के नेतृत्व में किसान जागरूकता कैंप लगाया गया। कृषि विकास अफसर डा. सुखप्रीत सिंह ने किसानों को धान की सीधी बिजाई में आने वाली संभावी मुश्किलों जैसे पुंगारे की समस्या, घास फूस, लोहे की कमी और चूहों की रोकथाम बारे जानकारी दी। डा.जंगीर सिंह गिल ने किसानों को धान की अवशेष के प्रबंध बारे और विभाग की तरफ से दीं जातीं सहूलतों बारे जानकारी दी। उन्होंने कहा कि धान की फसल में डीएपी के प्रयोग से परहेज करें और अधिक समय लेने वाली किस्मों जैसे कि पूसा 44 ( पूसा) की काश्त से परहेज करें। मौके पर किसान की तरफ से दिखाई लहसुन की फसल पर जामुनी धब्बों की बीमारी की रोकथाम बारे सुझाव दिए गए।