एनएचम कर्मियों की हड़ताल से वाधित हुईं सेहत सेवाएं

नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के मुलाजिमों ने रेगुलर करने और वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर मंगलवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 09:37 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 09:37 PM (IST)
एनएचम कर्मियों की हड़ताल से वाधित हुईं सेहत सेवाएं
एनएचम कर्मियों की हड़ताल से वाधित हुईं सेहत सेवाएं

संवाद सूत्र,फिरोजपुर : नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के मुलाजिमों ने रेगुलर करने और वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर मंगलवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। जिला प्रधान हरजिदर सिंह ने कहा कि फिरोजपुर जिले के 500 सेहत मुलाजिम आज हड़ताल पर रहे, जिससे रूटीन का काम काज प्रभावित रहा, जब तक सरकार मुलाजिमों को पक्का करने और उनका वेतन बढ़ाने का फैसला नहीं करती तब तक मुलाजिम हड़ताल पर रहेंगे।

एनएचएम सेहत मुलाजिमों की हड़ताल के कारण जिले के रेगुलर सेहत मुलाजिमों ने कोरोना वैक्सीनेशन मुहिम को संभाला। इसके अलावा सिविल अस्पताल, सिविल सर्जन आफिस काम के लिए पहुंचे लोगों को निराश लौटना पड़ा ।

हड़ताल पर रहे एनएचएन मुलाजिम यूनियन के प्रभजोत सिंह, सुखदेव सिंह, जोगिदर सिंह, कृष्णा रानी ने कहा कि 15 सालों से सेहत विभाग में काम कर रहे हैं, लेकिन वेतन भी 15 से 20 हजार है। अब अगर सरकार उनको पक्का नहीं करती तो वे संघर्ष करते रहेंगे। ये काम हुए प्रभावित

मोबाइल टीमों की वैक्सीनेशन, वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन, कोरोना टेस्टिग, लैब टेस्टिग, रिपोर्टिंग, मरीजों की देखभाल करने और तमाम क्लेरिक्ल काम प्रभावित रहे और जन्म और मौत के सर्टिफिकेट का काम रुका रहा । सुबह आठ बजे के बाद सेहत मुलाजिम वार्ड के मरीजों का हाल जानने नहीं पहुंचे। सिविल अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती बुद्धो बाई ने कहा कि सुबह से स्टाफ नर्स उनको दवा तक देने नहीं आई। दवा न मिलने से परेशानी हो रही है।

एनएचएम कर्मियों ने दी संघर्ष तेज करने की चेतावनी संवाद सहयोगी, अबोहर : नेशनल हेल्थ मिशन के अधीन कार्यरत अबोहर व सीतो गुन्नो ब्लाक के कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू करते हुए सरकारी अस्पताल में पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मिशन की ब्लाक प्रधान प्रवीण, राजिद्र कौर, राजेश कुमार ने बताया कि एनएचएम कर्मचारी 12-12 वर्षों से ठेके पर कार्य कर रहे है, लेकिन उनको पक्का नहीं किया जा रहा।

उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान भी वह अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर अपना कार्य कर रहे हैं। ठेके पर कार्य करते 12 हजार कर्मचारियों को सिर्फ 10 हजार रुपये प्रति माह वेतन देकर कई गुना कार्य लिया जा रहा है। कोरोना काल के दौरान कार्य करते अनेक कर्मचारी कोरोना पाजिटिव आ रहे हैं। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर बिना शर्त उन्हें रेगुलर करने का नोटिफिकेशन जारी न किया तो वह संघर्ष को और तेज करेंगे। इस अवसर पर जसविद्र कौर, कुलदीप, फतेह सिंह, मंजू, कंचन, अनिल कुमार, राज सिंह, हरपाल सिंह, बलजिन्द्र सिंह के अलावा रेगुलर कर्मचारियों नरैणा राम, टहल सिंह सहित अन्य कर्मचारियों ने भी उनका समर्थन किया।

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