हाई कोर्ट के आदेश पर भी अड्डे तक नहीं जा रहीं सरकारी बसें

करोड़ों की लागत से बना फिरोजपुर शहर का बस स्टैंड प्राइवेट बसों की पार्किंग बना हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 10:43 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 10:43 AM (IST)
हाई कोर्ट के आदेश पर भी अड्डे तक नहीं जा रहीं सरकारी बसें
हाई कोर्ट के आदेश पर भी अड्डे तक नहीं जा रहीं सरकारी बसें

संवाद सूत्र, फिरोजपुर : करोड़ों की लागत से बना फिरोजपुर शहर का बस स्टैंड प्राइवेट बसों की पार्किंग बना हुआ है। तमाम प्रदर्शनों के बावजूद सरकारी बसें शहर के बस अड्डे तक नहीं आती। बस कंडक्टर भी छावनी बस अड्डे पर सवारियों को उतरने के लिए विवश कर रहे हैं। शहर का सुनसान बस अड्डा हाईकोर्ट के आदेशों को ठेंगा दिखा रहा है। वहीं रोडवेज के अधिकारी भी बेबस नजर आ रहे हैं।

करीब पांच साल पहले इस बस स्टैंड के निर्माण पर आठ करोड़ 70 लाख रुपए खर्च किए गए थे। छावनी बस अड्डे से दो किलोमीटर दूर होने के कारण जहां बसें शहर में नहीं आती, वहीं शहर से बस न मिलने कते कारण सवारियों को आटो या अन्य साधनों पर छावनी जाना मुश्किल लगता है।

साल 2018 में शहरी बस अड्डे में आते हुए बच्चा बस की चपेट में आने के बाद बसों का यहां से आना जाना बंद हो गया। बस न मिलने कारण शहर की कई संस्थाओं ने बस यातायात शुरू कराने के लिए न सिर्फ धरने प्रदर्शन किए बल्कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की। साल 2019 में हाईकोर्ट में फैसला सुनाते हुए 165 बसों को शहर के अड्डे में जाने को कहा। बावजूद इसके यहां से बस यातायात शुरू नहीं हो सका।

(बॉक्स फोटो 6 )

राजनीति की भेंट चढ़ रहा बस अड्डा आम आदमी पार्टी के व्यापार मंडल के प्रधान विनोद सोई ने कहा कई बार बस यातायात को शहरी अड्डे तक लाने के प्रयास किए जा चुके हैं, लेकिन इसे लेकर राजनीतिक खींचतान चल रही है। वे पार्टी स्तर पर भी बस अड्डे को शुरू कराने की मांग कर चुके है लेकिन प्रशासन और रोडवेज अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती।

कुछ बसें अड्डे तक आ रही हैं

ऐसा नहीं कि शहर के अड्डे पर बसें नहीं आ रही। हां कम संख्या में बसें यहां पहुंचती है। प्रयास किए जा रहे हैं। सभी बसें शहरी अड्डे पर जरूर पहुंचे। इसके लिए फिरोजपुर के आरटीए से बात की जाएगी।

नवराज सिंह, जीएम रोडवेज फिरोजपुर कोट्स

शहर में है ट्रैफिक की समस्या

शहर के बस अड्डे तक बसों का न जाने की वजह ट्रैफिक व्यवस्था भी है। भारी ट्रैफिक भीड़भाड़ वाले एरिया के लिए रिस्की भी है। फिर भी लोगों की मांग है तो वे सुरक्षित ढंग से शहरी अड्डे तक बसों का आवागमन कैसे होगा। अन्य अधिकारियों से बात करेंगे।

प्रदीप सिंह ढिल्लों. आरटीए फिरोजपुर

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