किसानों ने तोड़े बैरिकेड, पुलिस से धक्का-मुक्की

भाजपा जिला प्रधान सुरेंद्र सिंह बग्गेके पिपल के घर रविवार सुबह भाजपा के प्रदेश सचिव आरपी मित्तल की बैठक की भनक किसानों को लगी तो किसानों ने जिलाध्यक्ष की कोठी का घेराव कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 10:29 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 10:29 PM (IST)
किसानों ने तोड़े बैरिकेड, पुलिस से धक्का-मुक्की
किसानों ने तोड़े बैरिकेड, पुलिस से धक्का-मुक्की

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : भाजपा जिला प्रधान सुरेंद्र सिंह बग्गेके पिपल के घर रविवार सुबह भाजपा के प्रदेश सचिव आरपी मित्तल की बैठक की भनक किसानों को लगी तो किसानों ने जिलाध्यक्ष की कोठी का घेराव कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालांकि बड़ी संख्या में तैनात पुलिस की ओर से किसानों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग भी की गई थी, लेकिन किसानों ने बैरिकेड भी तोड़ दिए और पुलिस से भी धक्का-मुक्की की गई। किसानों के प्रदर्शन के कारण प्रदेश भाजपा सचिव भी बैठक के लिए फिरोजपुर नहीं पहुंचे।

भाजपा की बैठक की भनक लगते ही रविवार सुबह नौ बजे फिरोजपुर शहर के गुरु नगर के बाहर सैकड़ों किसान इकट्ठा हो गए और पुलिस के बैरिकेड तोड़ गुर नगर कालोनी में घुस बग्गे के पिपल की कोठी के सामने धरना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस वालों ने किसानों को रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ धक्कामुक्की भी की गई। दूसरी ओर पार्टी नेताओं के मुताबिक जिला प्रधान सुरेंद्र सिंह बग्गे के पिपल ने अपने निवास पर रविवार की दोपहर 12 बजे बीजेपी के प्रदेश सचिव आरपी मित्तल (रिटार्ड आईपीएस आफिसर) के साथ किसी सिलसिले में बैठक रखी थी, जिसकी भनक किसान संगठन के नेताओं को लग गई और वे गुरु नगर के पास इक्कठा होने लगे और पुलिस की ओर से लगाए बैरिकेड को हटाते कालोनी में घुस गए।

कृषि कानूनों के विरोध में पांच घंटे किया प्रदर्शन

सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक भाजपा जिलाध्यक्ष की कोठी के बाहर सैकडों किसान इकट्ठा हो गए और दोपहर दो बजे बजे तक धरना देते रहे। वहीं किसान संघर्ष कमेटी के महासचिव तारा सिंह संधू ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार तीन कृषि कानूनों को रत नही करती, तब तक भाजपा के किसी नेता को मीटिग नही करने दी जाएगी। उन्होंने कहा वे नेताओं के खिलाफ शांति पूवर्क ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस की शह पर हुआ प्रदर्शन : बग्गेके पिपल

भाजपा के जिला प्रधान सुरेंद्र सिंह बग्गेके पिपल ने कहा कि किसानों का बैठक न करने देना सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या है और हमारे मौलिक अधिकारियों का हनन है । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जो कानून पास किए हैं वे किसानों के हित में हैं। घर में मीटिग करना उनका मौलिक अधिकार है और ऐसा करने से रोका नहीं जा सकता, जो हुआ है वे कांग्रेसी नेताओं की शह पर हो रहा है।

एसएसपी ने नहीं उठाया फोन

पुलिस मुलाजिमों के साथ हुआ धक्कामुक्की के मामले में एसएसपी भगीरथ सिंह मीना से फोन पर संर्कक करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया ।

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