गेहूं की सीधी अदायगी के लिए किसानों को खुलवाने पड़ रहे नए बैंकखाते

बारदाने की कमी के चलते पहले ही मंडियों में परेशान किसानों की समस्या सीधी अदायगी ने भी बढ़ा दी है । कुछ किसानों को नए खाते खुलवाने पड़ रहे हैं। यहीं नही जिन किसानों के खातों में पैसा आ चुका है उन किसानों को बैंकों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 10:37 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 10:37 PM (IST)
गेहूं की सीधी अदायगी के लिए किसानों को खुलवाने पड़ रहे नए बैंकखाते
गेहूं की सीधी अदायगी के लिए किसानों को खुलवाने पड़ रहे नए बैंकखाते

दर्शन सिंह, सुभाष आनंद, फिरोजपुर : बारदाने की कमी के चलते पहले ही मंडियों में परेशान किसानों की समस्या सीधी अदायगी ने भी बढ़ा दी है । कुछ किसानों को नए खाते खुलवाने पड़ रहे हैं। यहीं नही जिन किसानों के खातों में पैसा आ चुका है उन किसानों को बैंकों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।

दूसरी ओर कई किसानों को बैंकों के आइएफएससी कोड तक की जानकारी नही है और उन्हें आढ़तियों के सहारे रहना पड़ रहा है। किसान जरनैल सिंह और किसान धर्म सिंह ने कहा कि उन्होंने सीधी अदायगी के बारे सुना है, लेकिन उसके लिए उन्हें क्या क्या करना पड़ेगा ये जानकारी बैंकों के चक्कर लगने पर मिल रही है। अटारी के युवा किसान जसप्रीत सिंह का कहना है कई प्राइवेट बैंकों जिन्हें सीधी अदायगी के साथ लिक नहीं किया गया। उन बैंकों के किसानों को नए खाते खुलवाने पड़ रहे है खासकर यैस बैंक से संबंधित । उनके अपने गांव अटारी स्थित ग्रामीण क्षेत्रीय बैंक की ब्रांच से संबंधित आइएफएससी कोड पोर्टल पर अपलोड किया, लेकिन जो नंबर भरा वे कपूरथला के एक बैंक के नाम पर शो करने लगा।

1.42 करोड़ की पेमेंट किसानों के खातों में

खाद्य आपूर्ति विभाग के जिला कंट्रोलर हिमांशु कुक्कड़ ने कहा कि पहली बार परेशानी हो रही है वे भी सुलझ जाएगी। फिलहाल किसानों के खातों में उनकी खरीदी फसल की 1.42 करोड़ की अदायगी की जा चुकी है । उन्होंने कहा कि पोर्टल पर किसानों का डाटा अपलोड किया जा रहा है और समस्या जल्द ही हल हो जाएगी।

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