फिरोजपुर के गुरुहरसहाय में किसानों ने रोकी ट्रेन, यात्री हुए परेशान

किसान संगठनों का तीन कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:59 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 11:59 PM (IST)
फिरोजपुर के गुरुहरसहाय में किसानों ने रोकी ट्रेन, यात्री हुए परेशान
फिरोजपुर के गुरुहरसहाय में किसानों ने रोकी ट्रेन, यात्री हुए परेशान

जागरण टीम, फिरोजपुर, गुरुहरसहाय, जीरा, तलवंडी भाई, ममदोट, मल्लांवाला : किसान संगठनों का तीन कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा जारी है। सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के बंद काल के दौरान जिलेभर के 16 जगहों पर नाकाबंदी की गई और धरना प्रदर्शन शांतमयी ढंग से किया गया। इस दौरान जिले के किसी भी हिस्से में किसी अनहोनी घटना के बारे म ंप्रशासनिक अधिकारी इंकार कर रहे हैं। जबकि किसानों ने फाजिल्का को जाने वाली ट्रेन जरूर रोकी। ट्रेन के इंजन पर कब्जा कर किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि इस दौरान जीआरपी पुलिस और पंजाब पुलिस बल मुस्तैदी के साथ दिखाई दिया और किसी तरह की हरकत नहीं होने दी गई।

बंद काल के दौरान प्रशासनिक प्रबंधों की बात करें तो पुलिस प्रशासन की तरफ से दो हजार से ज्यादा मुलाजिमों की तैनाती जिले भर के विभिन्न हिस्सों में की गई। जबकि ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी तैनात दिखे और वीडियो कांफ्रेंस भी होती रही। एसएसपी राजपाल सिंह ने कहा कि जिले के किसी भी हिस्से से किसी अनहोनी घटना की सूचना शाम चार बजे तक नहीं मिली और किसानों का प्रदर्शन शांतमयी चला। 16 जगहों पर किसानों ने चक्का जाम रखा और वाहनों की आवागमन प्रभावित जरूर हुआ लेकिन रूट डायवर्ट किए गए थे।

दूसरी ओर वाहनों का आवागमन बंद रहा, खासकर रोडवेज और निजी बस संचालकों की तरफ से चक्का जाम रखा गया और बस स्टैंड भी वीरान नजर आए। इन स्टैंडों पर सिर्फ बसें ही खड़ी दिखाई दी जबकि मुलाजिम किसानों के समर्थन में रहे । रेलवे स्टेशनों पर गाड़ियों का इंतजार करते यात्रियों के लिए लंगर का प्रबंध गुरुद्वारा साहिब की तरफ से किया गया और शाम तक धरना खत्म होने तक यात्रियों को गाड़ियां चलने का इंतजार करना पड़ा। सड़कों आवजाही की बात करें तो वाहनों की चक्का जाम रहने के कारण जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा और ज्यादातर सड़कें वीरान दिखाई दी।

वहीं किसानों का सड़कों के साथ टोल प्लाजा पर भी कब्जा रहा और किसी छोटे बड़े वाहन चालकों को गुजरने नही दिया गया, जबकि फिरोजपुर के सभी बाजार बंद रहे।

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