लाखों खर्च करने के बाद भी नहीं सुधरे वार्ड के हालात

जहां शहर के विकास पर करोड़ों खर्च करने के दावे हो रहे हैं वहीं वार्ड नंबर 27 में इंटरलाकिग टाइल्स रोड तो बने लेकिन सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 10:49 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 10:49 AM (IST)
लाखों खर्च करने के बाद भी नहीं सुधरे वार्ड के हालात
लाखों खर्च करने के बाद भी नहीं सुधरे वार्ड के हालात

सुभाष आनंद, फिरोजपुर : जहां शहर के विकास पर करोड़ों खर्च करने के दावे हो रहे हैं वहीं वार्ड नंबर 27 में इंटरलाकिग टाइल्स रोड तो बने लेकिन सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई। वार्ड के पूर्व पार्षद विकास के लिए भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए लेकिन उम्मीदों के मुताबिक नतीजे सामने नहीं आए। पूर्व पार्षद अमरजीत नारंग ने वार्ड पर अस्सी लाख खर्च करने का दावा किया, जबकि इलाका वासी सीवरेज जाम रहने और गंदगी से परेशान हैं।

वार्ड 27 में गोपी नगर, गांधी नगर, हाउसिग बोर्ड कालोनी, गुरु रामदास नगर इलाके आते है। गांधी नगर की सीवरेज व्यवस्था जाम है, तो हाउसिंग बोर्ड कालोनी में गंदगी का आलम है। विकास के नाम पर केवल इंटरलाकिग टाइल्स ही सड़कों पर लगाई गई हैं। वार्ड का कुछ इलाका पुडा के अधीन होने के कारण भी विकास को लेकर पेंच फंसे रहे। पुडा की जगह नगर कौंसिल ने डवलपमेंट नहीं की जबकि पूर्व पार्षद दोनों विभागों के आपसी तालमेल से सफाई व्यवस्था बना सकते थे।

(बॉक्स)

वार्ड पर खर्चे 80 लाख : नारंग

वार्ड के पूर्व पार्षद अमरजीत सिंह नारंग का कहना है कि वार्ड पर अस्सी लाख खर्च कर विकास कराया। पीने का पानी, सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त की। टूटी सड़कों को नया बनाते हुए इंटरलॉकिग टाइल्स रोड बनाए। वार्ड की हर जरूरत को ध्यान में रखा है विकास कार्य आगे भी चलता रहेगा। अगर कोई काम रह भी गया है तो ध्यान रखा जाएगा। इंटरलाकिंग टाइल्स लगने से बढ़ी वार्ड की सुंदरता : राजू

वार्ड में रहने वाले राजू सूद ने कहा कि पुडा कांप्लेक्स मार्केट के चारों तरफ इंटरलाकिग लगने से इलाके की सुंदरता बढ़ी है। वार्ड के विकास के लिए जो मुद्दा भी उठाया गया पार्षद ने ध्यान से सुना और मुद्दे को हल करने का हर प्रयास किया। नेताओं ने चहेतों के करवाए काम : सोढ़ी

दुकानदार परमिंदर सिंह सोढी ने कहा कि विकास के दावे खोखले है। सत्ता पर काबिज नेताओं के पहचान वालों के ही काम हुए हैं। वार्ड में अनेकों दिक्कतें है जो नेताओं को नजर नहीं आ रही। पीने की समस्या है, सफाई की समस्या का स्थायी हल नहीं निकाला जा सका।

chat bot
आपका साथी