छह माह में गिरी आठ लाख की दीवार

गांव राऊके हिठाड़ में आठ लाख की लागत से बनी छप्पड़ की दीवार छह माह में ही गिर गई। पंचायत ने करीब 300 मीटर दीवार का निर्माण खुद करवाया था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 10:22 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 10:22 PM (IST)
छह माह में गिरी आठ लाख की दीवार
छह माह में गिरी आठ लाख की दीवार

जागरण संवाददाता, ममदोट ( फिरोजपुर) : गांव राऊके हिठाड़ में आठ लाख की लागत से बनी छप्पड़ की दीवार छह माह में ही गिर गई। पंचायत ने करीब 300 मीटर दीवार का निर्माण खुद करवाया था। मनरेगा स्कीम के तहत छप्पड़ बनने से पहले ही दीवार गिरने से गांव निवासियों ने पंचायत पर घटिया निर्माण सामग्री लगाने का आरोप लगाया है। ममदोट ब्लाक के गांव राऊके हिठाड निवासियों ने दीवार टूटने पर गांव की सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

गांव निवासी परमजीत सिंह, बलविदर सिंह, हरजिदर सिंह, सुरिदर सिंह, गुरविदर सिंह, इतबार सिंह, सतनाम सिंह, सारज सिंह, लखविदर सिंह, निशान सिंह, रुड़ सिंह, बलविदर सिंह व गगन ने बताया कि गजनी वाला रोड और लक्षमन नहर के साथ बने गांव के गंदे पानी वाले छप्पड़ की मनरेगा स्कीम तहत दीवार गांव की पंचायत ने बनवाई है। अभी छप्पड का निर्माण पूरा भी नहीं हुआ कि दीवार जगह जगह से टूट कर बिखर गई है। दीवार टूटने से छप्पड़ के दोनों ओर सड़कों के किनारे भी टूट कर बिखर रहे हैं, जिससे सड़क से गुजरने वाले वाहनों का छप्पड़ में गिरने का डर बना रहता है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव की सरपंच ने मनरेगा और पंचायत के पैसे का दुरुपयोग किया है, जिसकी जांच कर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। तेज बारिश कारण गिरी दीवार : सरपंच

गांव की महिला सरपंच वीर पाल कौर और उनके पति गुरमूख सिंह ने गांव निवासियों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पंचायत साफ और पारदर्शी ढंग से विकास कार्य कर रही है । गांव के छप्पड की गहराई दस से बीस फीट के बीच है, जबकि मनरेगा स्कीम तहत दीवार का निर्माण आठ फीट से ऊपर नही करवाया जा सकता है। बारिश के कारण सारे गांव का पानी इस छप्पड़ मे जमा हो गया। पानी का बहाव तेज था, जिसके चलते छप्पड़ की दीवार के एक हिस्से को क्षति पहुंची है। जैसे ही गांव में मनरेगा स्कीम तहत काम चलेगा छप्पड़ की दीवार की मरम्मत कर दी जाएगी।

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