झूठे आंकड़े पेश कर शिक्षा विभाग बता रहा उपलब्धि : डीटीएफ

शिक्षा विभाग में फर्जी आंकड़ों के खेल को सरकारी उपलब्धि बनाकर पेश करना पंजाब के अध्यापकों को हरगिज बर्दाश्त नहीं है जिसको लेकर आज इंटरनेट मीडिया पर अपनी सरकार की तरफ से शिक्षा विभाग का गुणगान कर रहे शिक्षा मंत्री को अध्यापक वर्ग ने डिस्लाइक के साथ भारी रोष दर्ज करवाकर साबित किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 04:52 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:11 PM (IST)
झूठे आंकड़े पेश कर शिक्षा विभाग बता रहा उपलब्धि : डीटीएफ
झूठे आंकड़े पेश कर शिक्षा विभाग बता रहा उपलब्धि : डीटीएफ

संस, फिरोजपुर : शिक्षा विभाग में फर्जी आंकड़ों के खेल को सरकारी उपलब्धि बनाकर पेश करना पंजाब के अध्यापकों को हरगिज बर्दाश्त नहीं है, जिसको लेकर आज इंटरनेट मीडिया पर अपनी सरकार की तरफ से शिक्षा विभाग का गुणगान कर रहे शिक्षा मंत्री को अध्यापक वर्ग ने डिस्लाइक के साथ भारी रोष दर्ज करवाकर साबित किया है। उक्त विचार अध्यापक जत्थेबंदी डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट पंजाब के प्रधान दिग्विजय पाल शर्मा, प्रदेश सचिव स्वर्ण सिंह औजला, प्रदेश विच्च सचिव जसविंदर सिंह बठिडा, राजदीप सिंह साईयांवाला जिला प्रधान डीटीएफ फिरोजपुर ने व्यक्त किए।

अध्यापक नेताओं ने कहा जमीनी हकीकतों से उलट केवल फर्जी और झूठे आंकड़ों के आधार पर पंजाब के सरकारी स्कूल शिक्षा को बुलंदियों पर ले जाने का प्रचार चुनावी स्टंट है, जिसका सूत्रधार शिक्षा सचिव है। जिला सचिव बलराज शर्मां और दीदार सिंह मुद्दकी ने कहा कि मेहनत के साथ हासिल किए पहले स्थान को सरकार की बड़ी उपलब्धि बता रहे शिक्षा मंत्री को हजारों अध्यापकों की तरफ से मिले डिस्सलाइक साबित करते हैं कि अध्यापक वर्ग में सरकार की गलत शैक्षणिक नीतियों के खिलाफ रोष है।

प्रांतीय अध्यापक नेताओं ने पे-कमिशन की रिपोर्ट लेट करने, विद्यार्थियों का वजीफा रोकने, रेगुलर अध्यापकों की जगह ठेका भर्ती करने, हजारों पोस्टों खत्म करने, सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता को कम करने, आहलूवालिया समिति की सिफारशें लागू करने और बेरोजगार अध्यापकों को रोजगार देने की बजाय सड़कों पर उतारने की निंदी की। उन्होंने कहा कि केवल फर्जी आंकड़ों के अधार पर गलत प्रचार ना किया जाए, यह प्राप्तियां नहीं बल्कि सरकारी नाकामी है।

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