स्कूल व डिस्पेंसरी अपग्रेड करवाने की मांग

गांव अमीरशाह को गोद लेने वाले पूर्व मंत्री स्व. जत्थेदार इंदरजीत सिंह जीरा की पत्नी कुलवंत कौर से मौजूदा सरपंच जोरावर सिंह पन्नू ने स्कूल और डिस्पेंसरी अपग्रेड कराने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 10:04 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 10:04 PM (IST)
स्कूल व डिस्पेंसरी अपग्रेड करवाने की मांग
स्कूल व डिस्पेंसरी अपग्रेड करवाने की मांग

संवाद सूत्र, जीरा (फिरोजपुर) :

गांव अमीरशाह को गोद लेने वाले पूर्व मंत्री स्व. जत्थेदार इंदरजीत सिंह जीरा की पत्नी कुलवंत कौर से मौजूदा सरपंच जोरावर सिंह पन्नू ने स्कूल और डिस्पेंसरी अपग्रेड कराने की मांग की है।

सरपंच जोरावर सिंह पन्नू ने कहा कि सरकारी प्राइमरी स्कूल जो कि आजादी से पहले का बना हुआ है। इसको अपग्रेड किया जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात को मुख्य रखते हुए जो सरकारी डिस्पेंसरी है, उसकी इमारत भी बनकर तैयार हो चुकी है। उसको भी अपग्रेड किया जाए, ताकि दरियाइ एरिया के लोगों को सेहत सहूलियतें मिल सकें। उन्होंने कहा कि जत्थेदार इंदरजीत सिंह द्वारा गोद लेने के बाद गांव में पानी की निकासी, इंटरलाकिग टाइलें व अन्य कई सहूलियतें मिल रही है। आज अमीरशाह विकास पक्ष से नमूने का गांव इलाके में बन चुका है तथा उम्मीद है कि जत्थेदार का परिवार और भी इस गांव को सहूलियतें देने के लिए यत्नशील रहेगा। इस मौके पर चेयरमैन महेंद्रजीत सिंह जीरा, चेयरमैन गुरमेज सिंह बाहरवाली, सतवीर सिंह सरपंच जोगेवाला, सुरजीत सिंह लल्ले, सरपंच जोरा सिंह बूह आदि उपस्थित थे।

पराली प्रबंधन के लिए किया जागरूक संवाद सूत्र, फाजिल्का : पंजाब में लंबे समय से धान की पराली का प्रबंधन एक चुनौती बना हुआ था। इसके साथ ही रासायनिक खादों व स्प्रे पर आधारित खेती से छुटकारा एक बड़ी चुनौती थी। अब पीएयू ने अपनी नई योजना को सुरक्षित भोजन के नारे के साथ पेश किया है। इसे लेकर फाजिल्का, जहां बासमती धान की अच्छी पैदावार है, में एक बेहद महत्वपूर्ण वर्कशाप के साथ किया गया। यह वर्कशाप फाजिल्का के संजीव पैलेस में आयोजित की गई।

इस वर्कशाप में आढ़ती एसोसिएशन फाजिल्का के अध्यक्ष देवेंद्र सचदेवा, सुनील कामरा, सुशील शर्मा, प्रेम बब्बर, भारत सावनसुखा, राजकुमार खुंगर, सुरेश कालड़ा, अमित सावनसुखा, बौबी परनामी, जसवंत सिंह सहित क्षेत्र के सैकड़ों किसान शामिल हुए।

इस वर्कशाप में कृषि विशेषज्ञ डा. मनमोहन, डा. केएस सूरी, डा. अमरजीत सिंह, डा. सिमरनजीत कौर, डा. राजविदर सिंह, डा. प्रमोद तोमर ने कहा कि पंजाब भारत का अन्न भंडार भारत के भोजन के कटोरे के रूप में प्रसिद्ध है, लेकिन मिट्टी की स्थिति खराब हो गई है, पैदावार कम हो रही है जिससे रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग हो रहा है। खेती की अत्यधिक लागत किसानों की खराब आर्थिक स्थिति का कारण है। इस वर्कशॉप में पंजाब एग्रो एक्सपोर्ट कार्पोरेशन और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने भी सहयोग किया।

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