डीसी दफ्तर के कर्मचारियों का मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन जारी
पंजाब के समूह सरकारी कर्मचारियों की तरफ से अपनी मांगों को लेकर पिछले छह दिनों से लगातार हड़ताल की जा रही है। सारा काम-काज ठप कर प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसके चलते सरकारी दफ्तरों में काम करवाने के लिए आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : पंजाब के समूह सरकारी कर्मचारियों की तरफ से अपनी मांगों को लेकर पिछले छह दिनों से लगातार हड़ताल की जा रही है। सारा काम-काज ठप कर प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसके चलते सरकारी दफ्तरों में काम करवाने के लिए आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फिरोजपुर में डीसी दफ्तर व अन्य दफ्तरों के कर्मचारियों ने प्रदर्शन को जारी रखते हुए मनोहर लाल, पिपल सिंह सिद्धू, प्रदीप विनायक, जगसीर सिंह डिल्लों, ओम प्रकाश राना, मेहताब सिंह, सोनू कश्यप, अशोक कुमार, जगमीत सिंह सैंडी, गुरप्रीत सिंह सोढी, गुरप्रीत सिंह, गुरतेज सिंह, वीरपाल कौर, अमनदीप सिंह आदि ने कहा कि जब तक सरकार उनकी जायज मांगों को पूरा नहीं करेगी वह अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले काफी दिनों ने कर्मचारी अपना काम-काज ठप करके प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन सरकार उनकी मांगों को मानने के लिए तैयार नहीं है। जिसके चलते कर्मचारियों ने सरकार प्रति रोष की लहर बढ़ती जा रही है। नरमे के कम भाव को लेकर किसानों ने लगाया धरना
संवाद सहयोगी, अबोहर : नरमे के कम भाव को लेकर किसानों द्वारा नरमा मंडी के मुख्य गेट को बंद कर रोष जताया गया। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के जिला प्रधान गुणवंत सिंह व उग्राहां के प्रवीण बागडिया, धरना लगाकर बैठ गए। उन्होने कहा कि राजस्थान व आस पास की मंडियों में नरमे का आठ हजार से अधिक का भाव चल रहा है। जबकि अबोहर में कम भाव पर नरमा खरीद किया जा रहा है। इस प्रकार सरेआम किसानों के साथ व्यापारी लूट कर रहे हैं। उन्होने मार्केट कमेटी व प्रशासन से मांग की कि किसानों का नरमा दूसरे शहरों के भाव के बराबर खरीद किया जाए। एडवोकट इंद्रजीत बजाज ने एक कंट्रोल रूप स्थापित करने की मांग करते हुए बताया कि इसके जरिए दूसरी मंडियों में भाव का पता लगाकर नरमे का भाव तय किया जाए। ताकि किसानों को उचित भाव मिल सके। इस मौके पर एडवोकेट इंद्रजीत बजाज,दर्शन सिंह,जरनैल सिंह, बलवीर सिंह आदि मौजूद थे। प्रशासन के आश्वासन के बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया।