चक्का जाम करने पर पनबस के अस्थाई मुलाजिमों पर केस

मांगों को मनवाने के लिए चक्का जाम कर प्रदर्शन करना पनबस कांट्रैक्ट बस वर्कर यूनियन को महंगा पड़ गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 09:51 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 09:51 PM (IST)
चक्का जाम करने पर पनबस के अस्थाई मुलाजिमों पर केस
चक्का जाम करने पर पनबस के अस्थाई मुलाजिमों पर केस

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर कैंट : मांगों को मनवाने के लिए चक्का जाम कर प्रदर्शन करना पनबस कांट्रैक्ट बस वर्कर यूनियन को महंगा पड़ गया। शनिवार को छावनी बस अड्डे पर प्रदर्शन के दौरान सरकारी यतायात में विघ्न डालने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ थाना कैंट में रोडवेज के जीएम अमित अरोड़ा की शिकायत पर पुलिस ने पर्चा दर्ज किया है, लेकिन अब मुलाजिम चक्का जाम करने से पहले सोचेंगे जरूर। यूनियन सदस्यों पर आरोप लगा था उनकी तरफ से सरकारी बस सर्विस प्रभावित की गई है और जिसके यात्रियों की परेशानी का सामना करना पड़ा है।

थाना कैंट के एएसआइ रेशम सिंह ने बताया कि पुलिस को दी शिकायत में जीएम रोडवेज अमित अरोड़ा ने कहा कि शनिवार को पनबस कांट्रैक्ट बस सर्विस यूनियन के लोगों ने 10 बजे से 12 बजे तक दो घंटे बस स्टैंड बंद कर प्रदर्शन किया और बसों को जाने नही दिया, जिससे सरकारी बस सर्विस प्रभावित हुई और यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि इससे सरकार को माली नुकसान हुआ है और सरकारी काम में रुकावट पैदा हुई है।

पर्चे दर्ज करने की बजाय वर्करों को रेगुलर करे सरकार: यूनियन संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : पंजाब रोडवेज पनबस एवं पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन की बैठक प्रदेश प्रधान रेशम सिंह गिल, महासचिव बलजीत सिंह गिल, गुरप्रीत सिंह पन्नु, हरकेश विक्की, जगतार सिंह की अध्यक्षता में हुई, जिसमें यूनियन नेताओं पर पंजाब सरकार की शह पर दर्ज किए गए पर्चों की निदा की गई और मांग की गई कि सरकार कर्मचारियों पर पर्चे दर्ज करवाने के बजाय उन्हें रेगुलर करें।

इस दौरान यूनियन नेताओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता वह संघर्ष जारी रखेंगे। यूनियन नेताओं ने कहा कि वह अपनी मांगों को लेकर सात दिसंबर से अनिश्चित समय के लिए हड़ताल शुरु करेंगे और आठ दिसंबर को मुख्यमंत्री के निवास स्थान का घेराव करेंगे, जिसकी सारी जिम्मेवारी सरकार की होगी। इस मौके पर जोध सिंह, जलौर सिंह, सतनाम सिंह, जगतार सिंह, कुलवंत सिंह, जसवीर सिंह, बलजीत सिंह, सतपाल सिंह आदि ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो आने वाले समय में वह संघर्ष तेज करेंगे।

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