सुरक्षा को सेंध : किराएदार व नौकरों की जानकारी पुलिस को नहीं दे रहे लोग
अंतरराष्ट्रीय हिद-पाक सीमा के साथ सटा होने के बावजूद ज्यादातर लोग किराएदार की जांच नहीं करवा रहे
तरुण जैन, फिरोजपुर
अंतरराष्ट्रीय हिद-पाक सीमा के साथ सटा होने के बावजूद ज्यादातर लोग किराएदार और नौकर रखने से पहले पुलिस को जानकारी देना और उसकी वेरीफिकेशन करवाना उचित नही समझते। जिलाधीश द्वारा हर साल किराएदार व नौकरों की सूचना प्रशासन को देने के आदेश जारी कर देते है, लेकिन उस पर अमलीजामा पहनाने में न तो पुलिस सतर्क है और न स्वयं लोग। जिले में इस तरह की वेरीफिकेशन थानों में नाममात्र है।
जिले में बड़े स्तर पर कारोबार की तलाश में प्रवासी लोग बसे हुए है, लेकिन उनका उचित रूप से थानों में रिकार्ड नही है। ये लोग किसी भी समय सुरक्षा में सेंध लगा सकते है। अकसर देखने में आया है कि यूपी-बिहार सहित अन्य राज्यों के लोग बड़ी तदाद में यहां कारोबार की मंशा से आते है, लेकिन उनका बैग्राउंड क्या होता है, इसका पता लगाने में पुलिस कोई प्रयास नहीं करती। फाजिल्का में ब्लास्ट के बाद फिरोजपुर की सुरक्षा को लेकर इन दिनों एजेंसियों को मशक्कत करनी पड़ रही है।
क्षेत्र में मानसिक संतुलन खोकर बेसहारा घूमने वाले व्यक्तियों की भी संख्या कम नही है। शहर-छावनी में ऐसे कई युवक है, जो सड़कों पर असहाय हालत में घूमते हैं, लेकिन यह युवक कौन हैं और किधर से आए हैं, इनका पता लगाना बेहद जरूरी है।
एक दशक पहले रज्जाउल्लाह नाम का एक युवक जोकि पाक की एजेंसियों को भारतीय गतिविधियों के बारे में जानकारी देता था, पकड़ा गया था। हाउसिंग बोर्ड की कालोनी में रहने वाला यह युवक छावनी के धोबी मोहल्ला में एक दुकान किराये पर लेकर कर्मचारी रखकर मार्केटिंग का काम करवाता था। उसी तरह गुप्तचर एजेंसियों ने काला सिंह नाम के एक युवक को भी गिरफ्तार किया था, जोकि एमईएस में कार्यरत था और आइएसआइ के संपर्क में रहकर रुपये के लालच में जानकारी मुहैया करवाता था।
एसएसपी ही दे सकते है जानकारी
एसपी आप्रेशन गुरमीत सिंह चीमा ने कहा कि किराएदारों और नौकरों की सूचना पुलिस को देने के निर्देश पुराने हैं। इस बारे में एसएसपी ही सही जानकारी दे सकते है।