पुलिस ने किया खुलासा, बैंक डिप्टी मैनेजर की मिलीभगत से हुई लूटपाट की वारदात
बीते दिनी जलालाबाद के कोटक महिद्रा बैंक के कर्मचारियों की लूट का मालम।
संवाद सूत्र, जलालाबाद (फाजिल्का)
बीते दिनी जलालाबाद के कोटक महिद्रा बैंक के कर्मचारियों के साथ हुई लूटपाट की घटना को लेकर पुलिस ने कई अहम खुलासे किए हैं। पुलिस ने दावा किया है कि बैंक के डिप्टी के डिप्टी मैनेजर की मिलीभगत से ही उक्त लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया, जोकि उस समय गाड़ी में ही मौजूद था। अंजाम देने वाले दो आरोपित गांव प्रभात सिंह वाला उताड़ निवासी डा. परमजीत सिंह व फिरोजपुर के गांव हस्तेके निवासी गुरप्रीत उर्फ गोपी के अलावा डिप्टी मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
फिरोजपुर रेंज के डीआइजी हरदयाल सिंह मान व एसएसपी फाजिल्का दीपक हिलोरी ने कहा कि 12 मई को कोटक महिद्रा बैंक के डिप्टी मैनेजर गुरप्रताप सिंह के बयान दर्ज किए गए थे। जिसमें उसने बताया कि वह और लवप्रीत सिंह कार में श्री मुक्तसर साहिब से 45 लाख रुपए कैश लेकर आ रहे थे तो वक्त करीब 11.25 गांव चक्क सैदोके के सेमनाला के निकट उनकी कार का पीछा कर रहे 2 मोटरसाइकिल सवारों ने गाड़ी के टायरों पर फायर मारकर उनसे गाड़ी रुकवाकर पिस्तौल के बल पर दरवाजे खुलवाकर और आखों में मिर्ची डालकर उनसे बैंक की नगदी 45 लाख रुपये वाला ट्रंक लेकर फरार हो गए थे। उक्त मामले को लेकर अलग-अलग टीमें अजय राज सिंह कप्तान पुलिस फाजिल्का, उप कप्तान पुलिस (डी) फाजिल्का भूपिदर सिंह, उप कप्तान पुलिस सब डिविजन जलालाबाद पलविदर सिंह द्वारा हर एंगल से मामले की जांच की गई और सबूतों के आधार पर पुलिस गांव प्रभात सिंह वाला निवासी डा. परमजीत सिंह (आरएमपी) तक पहुंची। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो पहले लूटी हुई 45 लाख रुपये नगदी और लाइसेंसी रिवाल्वर प्वाइंट 32 बोर बरामद की व बाद में उसने माना की उसके साथ बैंक का डिप्टी मैनेजर गुरप्रताप सिंह व हस्ते निवासी गुरप्रीत सिंह था। आरोपित डा. परमजीत सिंह आपस में क्लास मेट रहे हैं और पिछले 20 सालों से एक दूसरे को जानते थे और एक दूसरे के साथ आपसी मेल मिलाप था। फिलहाल पुलिस ने गुरप्रताप व डा. परमजीत सिंह को काबू कर लिया, जबकि गुरप्रीत सिंह की तलाश जारी है।
चार दिन का मिला पुलिस रिमांड
उधर पकड़े गए दोनों आरोपितों ने मीडिया के समने केवल यही कहा कि उनसे गलती हो गई। जबकि डीएसपी पलविद्र सिंह ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपितों को आज फाजिल्का की अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने दोनों आरोपितों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।ी प्रयास तेज किए जाएंगे। परमजीत व गुरप्रीत पर पहले में मामले दर्ज
लूटपाट की वारदात को अंजाम देने वाले डा. परमजीत सिंह व गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी पर पहले भी पुलिस मामले दर्ज हैं। इनमें से डा. परमजीत सिंह पर साल 2017 में सदर थाना जलालाबाद पुलिस द्वारा एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था, जिनसे 300 नशीली गोलियां बरामद हुई थी। जबकि गुरप्रीत सिंह पर साल 2019 में श्री अमृतसर रूपल थाना ब्यास पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था, जिससे पोस्त बरामद हुई थी।