आशा फेसिलिटेटर और आशा वर्कर्स यूनियन ने समस्याओं पर की चर्चा
आशा फेसिलीटेटर तथा आशा वर्कर यूनियन की मीटिग ब्लाक प्रधन की अगुआई में हुई।
संवाद सूत्र जीरा (फिरोजपुर) : आशा फेसिलीटेटर तथा आशा वर्कर यूनियन की मीटिग ब्लाक प्रधान राजविदर कौर के नेतृत्व में कस्सोआणा में हुई। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने नियमित तौर पर 2500 रुपये मासिक कोविड भत्ता देने के बारे में आशा फेसिलीटेटर तथा आशा वर्कर यूनियन के साथ मीटिग करके देने पर सहमति व्यक्त की थी। काफी समय बीत जाने के बाद भी अधिसूचना जारी नहीं की गई। इसके उलट कर्मचारी लगातार कोविड के सेवा कैप में शत-प्रतिशत कवरेज के लिए दबाव बना रहे हैं और विभाग कोविड भत्ते में से रुपये काटने की धमकी दे रहा है। यह पूरी तरह गलत है। वर्कर्स ने कहा सरकार उनका शोषण बंद करे। सरकार से अनुरोध है कि 2500 रुपये के कोविड भत्ते को नियमित करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार लंबित मांगों को स्वीकार किया जाए। मातृत्व अवकाश की अधिसूचना जारी 15000 रुपये की न्यूनतम मजदूरी लागू की जाए। केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और हरियाणा में आशा कार्यकर्ताओं को 4000 से 7500 रुपये का मानदेय लागू है। पंजाब सरकार द्वारा हरियाणा जैसी आशा कार्यकर्ताओं को 4000 रुपये मासिक भत्ता और आशा सहायिकाओं को 4000 रुपये मासिक मानदेय और 500 रुपये टूर मनी लागू की जाए। रिक्त पदों पर पात्र आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति। इसके अलावा अन्य मांगों को भी पूरा किया जाए। अगर इन मांगों को नहीं माना गया तो सभी आंदोलन तेज करेंगे। क्योंकि सरकार की नीतियों के चलते वर्करों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।