बढ़ते कोरोना मामलों में लोगों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी जिम्मेदार

कोरोना महामारी के बीच पुलिस की जांच की जा रही है लेकिन इस दौर कोई ध्यान नहीं दे रहा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:31 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:31 PM (IST)
बढ़ते कोरोना मामलों में लोगों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी जिम्मेदार
बढ़ते कोरोना मामलों में लोगों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी जिम्मेदार

जागरण टीम, फिरोजपुर :

कोरोना महामारी के बीच पुलिस की जांच की जा रही है, लेकिन इस दौरान बिना मास्क दो पहिया वाहन चालकों के कोरोना सैंपल पुलिस की नाकाबंदी तक ही सीमित रह रहे हैं। सैंपल लेने के बद पुलिस पाजिटिव आने वाले केसों के बारे में पड़ताल ही नहीं करती है। स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में मौजूदा समय में कोरोना पाजिटिव केसों की संख्या 644 है, लेकिन सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में मात्र सात वे मरीज दाखिल है। वहीं नाकाबंदी के दौरान लिए जाने वाले सैंपलों के बारे में पुलिस के नोडल अफसर भी अनजान बन जाते हैं। पुलिस के नोडल अफसर एसपी गुरमीत सिंह चीमा ने कहा कि उनका काम नाकाबंदी तक ही सीमित है, सेहत अधिकारियों की लापरवाही भी खुल कर उजागर हो रही है। जबकि पलिस के पास मरीजों की संख्या तक नहीं है। तीन दिन से नदारद सैंपल लेने वाली ट म

शहीद ऊधम सिंह चौक स्थित ट्रैफिक पोस्ट के इंचार्ज गुरनाम सिंह ने कहा कि बीते तीन दिनों से इस चौक पर नाकाबंदी तो की जा रही है, लेकिन इस दौरान सेहत विभाग की टीम सैंपलिग के लिए नही पहुंच रही। उनकी तरफ से लोगों को जागरूक किया जा रहा है और मास्क भी बांटे जा रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि पाजिटिव केसों के बारे में उन्हें जानकारी नही है। वे नोडल अफसर ही बता सकते हैं। लोगों की लापरवाही कोरोना फैलने का मुख्य कारण

सिविल सर्जन राजेंद्र राज ने लोगों पर आरोप लगाते कहा कि उनकी लापरवाही व गाइडलाइन का पालन न करने के कारण ही वायरस अपना कहर बरपा रहा है। उनकी यही कोशिश है कि वायरस को फैलने से रोका जाए,लेकिन लोग हैं कि मान ही नही रहे।

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