नौ लाख मीट्रिक टन धान की खरीद, लिफ्टिंग 93 फीसद मुकम्मल

प्रशासनिक अधिकारी मंडियों में धान खरीद को लेकर पुख्ता प्रबंध होने का दावा कर रहे है। डिप्टी कमिश्नर का दावा है कि अब तक नौ लाख मीट्रिक टन (एमटी) खरीद निर्विघ्न की जा चुकी है। 93 फीसद लिफ्टिंग का काम भी मुकम्मल किया जा चुका है ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 04:12 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 11:00 PM (IST)
नौ लाख मीट्रिक टन धान की खरीद, लिफ्टिंग 93 फीसद मुकम्मल
नौ लाख मीट्रिक टन धान की खरीद, लिफ्टिंग 93 फीसद मुकम्मल

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : प्रशासनिक अधिकारी मंडियों में धान खरीद को लेकर पुख्ता प्रबंध होने का दावा कर रहे है। डिप्टी कमिश्नर का दावा है कि अब तक नौ लाख मीट्रिक टन (एमटी) खरीद निर्विघ्न की जा चुकी है। 93 फीसद लिफ्टिंग का काम भी मुकम्मल किया जा चुका है ।

सोमवार को डीसी गुरपाल सिंह चाहल ने बताया कि जिले की मंडियों में धान की खरीद निरंतर जारी है। खरीद प्रक्रिया दौरान किसी भी किसान को कोई भी मुश्किल नहीं आने दी जा रही। जिले की मंडियों में रविवार शाम तक 9,10,750 एमटी धान की आमद हुई है, जिसमें से अलग -अलग खरीद एजेंसियों की तरफ से 9,05,515 एमटी धान की खरीद की जा चुकी है। खरीदे गए धान में से पनग्रेन की तरफ से 351034 एमटी, मार्कफेड की तरफ से 240641 एमटी, पनसप की तरफ से 179313 एमटी , पंजाब वेयर हाऊस की तरफ से 128289 और व्यापारियों की तरफ से 6238 एमटी धान की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि अब तक 93 प्रतिशत धान की लिफ्टिंग की जा चुकी है और 1153.81 करोड़ रुपये की अदायगी किसानों को की गई है। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को मंडियों में सूखा धान लाने के लिए कहा। साथ ही किसानों को धान की पराली को आग न लगाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि धान की पराली को आग लगाने साथ पैदा होने वाले धुएं के कारण कई तरह की बीमारियां लग सकती हैं और सड़क दुर्घटनाएं होने का भी डर रहता है। आग लगाने के बजाय कृषि विभाग की तरफ से सिफारिश किए जाते आधुनिक यंत्रों का प्रयोग करके पराली को खेतों में मिलाने को प्राथमिकता दी जाए।

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