प्रशासन ने जिले में स्थापित की 13 नर्सरियां, पौधारोपण मुहिम को मिलेगा फायदा

पौधे तैयार करने के मामले में आत्मनिर्भता की ओर कदम बढ़ाते हुए जिला प्रशासन फिरोजपुर की तरफ से जिले में 13 नर्सरियों स्थापित की गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 Aug 2020 10:06 PM (IST) Updated:Fri, 07 Aug 2020 10:06 PM (IST)
प्रशासन ने जिले में स्थापित की 13 नर्सरियां, पौधारोपण मुहिम को मिलेगा फायदा
प्रशासन ने जिले में स्थापित की 13 नर्सरियां, पौधारोपण मुहिम को मिलेगा फायदा

जासं, फिरोजपुर : पौधे तैयार करने के मामले में आत्मनिर्भता की ओर कदम बढ़ाते हुए जिला प्रशासन फिरोजपुर की तरफ से जिले में 13 नर्सरियों स्थापित की गई हैं। इनमें से एक नर्सरी ममदोट डवलपमेंट ब्लॉक, दो गुरुहरसहाय, दो फिरोजपुर, तीन घल्लखुर्द, तीन जीरा और दो मक्खू ब्लॉक में बनाई गई हैं।

एडीसी (डवलपमेंट) रविदरपाल सिंह संधू ने बताया कि ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग की तरफ से फिरोजपुर जिले में 15 नर्सरियों स्थापित करने का टारगेट दिया गया था, जिसमें से 13 नर्सरियों बना ली गई हैं। संधू ने बताया कि नर्सरियों स्थापित करने का कार्य मनरेगा स्कीम के तहत किया गया था, जिसके चलते जरूरतमंद बेरोजगार लोगों को कोरोना संकट के दौरान रोजगार के अवसर प्राप्त हुए।

डीडीपीओ हरजिदर सिंह ने बताया कि हर साल मानसून सीजन के मद्देनजर पंचायतों व अन्य संस्थानों की तरफ से बड़े स्तर पर पौधारोपण मुहिम चलाई जाती है। इस मुहिम के तहत पौधों के लिए विभिन्न एजेंसियों पर निर्भर करना पड़ता है और कई बार पौधों की किल्लत की वजह से मुहिम पर असर पड़ता था। इसलिए विभाग की तरफ से खुद की नर्सरियों तैयार करने का फैसला लिया गया, जहां विभिन्न किस्मों के पौधे तैयार करके पौधारोपण के लिए दिए जाएं। इस कदम से डिपार्टमेंट पौधों की उपलब्धता के मामले में आत्मनिर्भर बन गया है और पौधारोपण मुहिम के तहत निर्बाध रूप से पौधों की सप्लाई कर सकता है।

डीडीपीओ ने बताया कि इन नर्सियों में कलेर, सुखचैन, पीपल, शीशम, शहतूत, नीम, देक और फूलों के पौधों को तैयार किया जाता है, जिन्हें पंचायतों की तरफ से गांवों में शुरू की गई पौधारोपण मुहिम के तहत उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले साल श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में हर गांव में 550 पौधे लगाए गए थे और इन नर्सियों के जरिए इन पौधों की देखरेख भी अच्छे तरीके से संभव हो पाएगी। जहां पौधे बदलने की जरूरत है, वहां पौधे बदल दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदूषण और पर्यावरण को हो रहे नुकसान को रोकने की दिशा में पेड़ों का खासा महत्व है, जोकि कार्बन उत्सर्जन कम करने में सहायक होते हैं। इसलिए उन्होंने लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने की अपील की।

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