हड़ताल से 79 बसों का चक्का रहा जाम
पनबस और पीआरटीसी के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण मंगलवार को सिर्फ 17 बसें ही रोड पर चली जबकि 79 बसों के पहिये रुके रहे।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : पनबस और पीआरटीसी के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण मंगलवार को सिर्फ 17 बसें ही रोड पर चली, जबकि 79 बसों के पहिये रुके रहे। फिरोजपुर, जीरा और फाजिल्का डिपो से कुल 96 बसें चलती है।
रोडवेज के जीएम अमित अरोड़ा ने बताया कि मुलाजिमों के हड़ताल पर होने के कारण 79 बसें बंद रही और सरकार के लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। ।
उधर पंजाब रोडवेज पनबस और पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन के प्रदेश प्रधान रेशम सिंह गिल प्रदेश प्रधान, डिपो प्रधान जतिंद्र सिंह, सचिव कंवजीत मानोचाहल ने कहा कि पंजाब सरकार बार-बार कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने से भाग रही है और कर्मचारियों को सिर्फ झूठे आश्वासन ही दिए जा रहा है। उन्होंने कहा कि हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक सरकार 10 हजार बसों का फ्लीट पूरा करने, सभी कर्मचारियों को पक्का करने के साथ-साथ कर्मचारियों की अन्य जायज मांगों को पूरा नहीं करती। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वह 10 दिसंबर से ट्रांसपोर्ट मंत्री पंजाब व मुख्यमंत्री पंजाब के क्षेत्रों में रोष धरने देकर झंडा मार्च कर संघर्ष तेज करेंगे।
आउटसोर्स मुलाजिमों ने लगाया जाम संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : आउटसोर्स मुलाजिमों ने मांगों को लेकर फिरोजपुर छावनी की सात नंबर चुंगी पर जाम लगाकर रोष प्रदर्शन किया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए प्रधान जगजीत सिंह मन्नी ने कहा कि उन्होंने कोरोना के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटियां की है, लेकिन सरकार उनके साथ धक्केशाही कर रही है।
उन्होंने मांग की कि सुरक्षा गार्डो को तुरंत पक्का किया जाए और सुरक्षा गार्डो को रैगुलर कर्मचारियों की तरफे वेतन व अन्य सभी सुविधाऐं मुहैया करवाई जाऐं। उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों से ठेकेदारी सिस्टम हटाया जाए, क्योंकि इसमें कर्मचारियो को वेतन देने और उनके ईपीएफ का कोई हिसाब नहीं है और प्राइवेट कंपनीयां कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह संघर्ष तेज करेंगे। इस मौके पर सुनील कुमार, अनिल कुमार, प्रकाश, प्रेम आदि मौजूद थे।