रेलवे भर्ती घोटाले के आरोपित से नौकरी के नाम पर ठगे 13 लाख
रेलवे में क्लर्क और टीटी की भर्ती के नाम पर लाखों की ठगी के आरोपित ने शहर के एक बिजनेसमैन पिता-पुत्र पर रेलवे में भर्ती कराने के नाम पर 13 लाख की धोखाधड़ी करने का पर्चा दर्ज करवाया है।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर : रेलवे में क्लर्क और टीटी की भर्ती के नाम पर लाखों की ठगी के आरोपित ने शहर के एक बिजनेसमैन पिता-पुत्र पर रेलवे में भर्ती कराने के नाम पर 13 लाख की धोखाधड़ी करने का पर्चा दर्ज करवाया है। दिलचस्प है कि शिकायतकर्ता पर खुद रेलवे भर्ती के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी के दो पर्चे दर्ज हुए थे। शिकायतकर्ता दलजीत सिंह ने कहा उस पर हुए पर्चे पुलिस ने रद कर दिए हैं। रेलवे भर्ती घोटाले की एक याचिका पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने जांच कराने के आदेश फिरोजपुर रेंज के डीआइजी को दिए थे।
दलजीत सिंह दुलचीके ने कहा कि स्टेशन मास्टर लगाने के नाम पर शहर के ही नामी व्यक्ति वीपी सिंह ने 13 लाख 65 हजार रुपए लिए। पैसे वापस मांगने पर उसको डराया गया। उलटा उसी पर थाना फिरोजपुर कैंट और अमृतसर में ठगी मारने के दो मामले दर्ज करवा दिए। भर्ती के नाम पर पैसे लेने की शिकायत उसने डीजीपी पंजाब को की तो जांच के बाद आरोपित वीपी सिंह व उसके बेटे करण हांडा पर थाना कुलगढ़ी में पर्चा दर्ज हुआ।
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शिकायतकर्ता भी था दो मामलों में आरोपित
रेलवे भर्ती घोटाले में लोगों को क्लर्क और टीटी की नौकरी के बदले लाखों रुपए लेने के दो मामलों में शिकायतकर्ता दलजीत सिंह (जीतू) भी आरोपित रहा है। उस पर फिरोजपुर कैंट और अमृतसर में सितंबर 2020 को एफआइआर दर्ज हुई। शिकायतकर्ताओं ने दलजीत सिंह को लाखों रुपए देने का आरोप लगाया था।
(बॉक्स) पीड़ित पहुंचे थे हाईकोर्ट
बख्शीश सिंह निवासी गांव मस्तेवाला और उनके बेटे रघबीर सिंह ने दलजीत सिंह निवासी गांव दुलचीके को 20 लाख रुपए देने का आरोप लगाते हुए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका पर 15 जुलाई को सुनवाई करते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायधीश हरनरेश सिंह गिल ने डीआइजी फिरोजपुर रेंज को इस मामले की जांच कराने के निर्देश दिए थे।
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जांच अपने अधिकारी को सौंपेंगे: डीआईजी
फिरोजपुर रेंज के डीआइजी जतिदर औलख ने कहा कि इस मामले की जांच वे अपने अधिकारी को सौंप रहे हैं। थाना कुलगढ़ी में दर्ज मामले पर वे अभी कुछ नहीं कह सकते।