ट्रेनें चलने व किन्नू की पैदावार से मजदूरों को मिलेगा रोजगार

पंजाब में रेल सेवा बहाल होने से उत्तर-बिहार से आने वाले मजदूरों के लिए रास्ता खुल गया है। फाजिल्का जिले में किन्नू बागों वैक्सिग प्लाटों पैक हाउसों में काम करने के लिए हर साल लगभग 25 हजार मजदूर उत्तर प्रदेश व बिहार जैसे राज्यों से आते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 04:17 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 04:17 PM (IST)
ट्रेनें चलने व किन्नू की पैदावार से मजदूरों को मिलेगा रोजगार
ट्रेनें चलने व किन्नू की पैदावार से मजदूरों को मिलेगा रोजगार

संवाद सूत्र, फाजिल्का : पंजाब में रेल सेवा बहाल होने से उत्तर-बिहार से आने वाले मजदूरों के लिए रास्ता खुल गया है। फाजिल्का जिले में किन्नू बागों, वैक्सिग प्लाटों, पैक हाउसों में काम करने के लिए हर साल लगभग 25 हजार मजदूर उत्तर प्रदेश व बिहार जैसे राज्यों से आते हैं।

अबोहर उपमंडल देश भर में किन्नू उत्पादन के लिए मशहूर है। जिले में 33 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में किन्नू के बाग हैं। यहां से किन्नू देश के सभी राज्यों में भेजे जाने के साथ-साथ बांग्लादेश और दुबई तक निर्यात हो रहा है। इस लिए जिले में 100 से अधिक बड़े वैक्सिग प्लांट हैं जबकि 200 के लगभग छोटे ग्रेडिग और पैक हाउस हैं। इनमें बड़े स्तर पर अन्य राज्यों के मजदूर काम करते हैं। इसी तरह हजारों मजदूर अगले चार माह किन्नू बागों में फल तुड़ाई का काम करेंगे। यह सारा काम दिसंबर के पहले हफ्ते से पूरी रफ्तार के साथ शुरू होगा।

ऐसे ही एक वैक्सिग प्लांट के संचालक कृष्ण कुमार ने कहा कि अब जरूरत अनुसार लेबर आ सकेगी। उन्होंने रेल बंदी खुलवाने में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने योगदान के लिए उनका धन्यवाद करते किसान संगठनों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने ट्रेन संचालन की आज्ञा दी है। बागबान और किन्नू के व्यापार के साथ जुड़े सुरिंदर चराया ने कहा कि अब किन्नू की ट्रांस्पोर्टेशन के लिए मालगाड़ी की सेवा मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि रेलवे ने भी इसमें सहयोग का भरोसा दिया है। यदि दक्षिण भारत तक किन्नू भेजने के लिए माल गाड़ी उपलब्ध हो जाए तो इसके साथ पंजाब केरल तक किन्नू सिर्फ 50 घंटो में पहुंच सकता है, जबकि ट्रक के द्वारा यह किन्नू केरल तक पहुंचने में 100 घंटे लेता है।

जिले में आई दो मालगाड़ियां, पांच हुई रवाना

जिले में आने वाली खाद और जिले से बाहर जाने वाले गेहूं और चावल के कारण अब माल गाड़ी की भराई और उतराई के लिए लेबर को काम मिल गया है, जबकि ट्रांसपोर्टरों को भी काम मिला है। बग्गू सिंह जोकि फाजिल्का में लोडिग का काम करता है और ट्रक आपरेटर गुरर्दिर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के प्रयासों से उनको फिर काम मिल गया है। जिले में पिछले 4 दिनों में 2 माल गाड़ियां खाद की भर कर आईं हैं जब कि पांच माल गाड़ियां आनाज की भर कर दूसरे राज्यों को जा रही हैं।

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