सरकारी अस्पताल में बदला महिला का कूल्हा
अबोहर के सरकारी अस्पताल में पहली बार कूल्हे बदलने के सफल आपरेशन हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. सनमान मांजी की मेहनत से हो पाए हैं।
संवाद सहयोगी, अबोहर : अबोहर के सरकारी अस्पताल में पहली बार कूल्हे बदलने के सफल आपरेशन हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. सनमान मांजी की मेहनत से हो पाए हैं। प्राइवेट अस्पतालों में यह आपरेशन करवाने का खर्च डेढ़ लाख के करीब बताया गया था।
अबोहर की रहने वाली करीब 60 वर्षीय महिला कूल्हे की तकलीफ होने के कारण चल फिर नहीं पा रही थी। महिला के परिजनों ने डा. मांजी की सलाह ली तो उन्होंने आपरेशन करने की सलाह दी लेकिन महिला हार्ट की पेंशेंट होने के कारण आपरेशन करने में काफी रिस्क था। डा. मांजी ने किसी तरह परिवार को आपरेशन करवाने के लिए मनाया व डा. पुनीत लूना की मदद से सफल आपरेशन करने में कामयाबी हासिल हुई। अब महिला करीब एक साल बाद वाकर के सहारे चलने फिरने लगी है। इसके अलावा एक अन्य मामले में रमजान अली नामक व्यक्ति पिछले तीन साल से सही ढंग से चल फिर नहीं पा रहा था। उन्होंने भी डा. मांजी से संपर्क किया तो डा. मांजी ने उनका आपरेशन होने की बात कही जिस पर परिवार आपरेशन करवाने को राजी हुआ तो आपरेशन के बाद वह अब सही ढंग से चलने फिरने लगा है । डा. सनमान मांजी कहते हैं कि अकसर लोगों में यह धारना सी बनी हुई है कि सरकारी अस्पताल में आपरेशन ठीक नहीं होता। केयर नहीं होती, जिसे वह बदलने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले ही छह जगहों से टूट चुकी हड़्डी का आपरेशन किया था। उन्होंने कहा कि वैसे तो अस्पताल में सभी तरह के उपकरण हैं लेकिन अगर सरकार कुछ लेटेस्ट उपकरण व मशीनें उपलब्ध करवा दे तो लोगों का इलाज और बेहतर ढंग से किया जा सकता है।