कांग्रेस के दबाव में प्रशासन ने दशहरा मनाने की अनुमति नहीं दी : विधायक नारंग

शहर के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि दशहरा नहीं मनाया गया। भाजपा विधायक अरुण नारंग ने कहा कि दशहरा जहां देश के अनेक शहरों में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया वहीं अबोहर की कांग्रेस समर्थित दशहरा कमेटी की ओर से इस बार इस त्योहार से शहर की जनता को वंचित रखा गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 03:40 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 03:40 PM (IST)
कांग्रेस के दबाव में प्रशासन ने दशहरा मनाने की अनुमति नहीं दी : विधायक नारंग
कांग्रेस के दबाव में प्रशासन ने दशहरा मनाने की अनुमति नहीं दी : विधायक नारंग

संस, अबोहर :शहर के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि दशहरा नहीं मनाया गया। भाजपा विधायक अरुण नारंग ने कहा कि दशहरा जहां देश के अनेक शहरों में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया वहीं अबोहर की कांग्रेस समर्थित दशहरा कमेटी की ओर से इस बार इस त्योहार से शहर की जनता को वंचित रखा गया। इतना ही नहीं स्थानीय प्रशासन ने भी राजनीतिक दबाव के चलते इस पारपंरिक त्योहार को मनाने की अनुमति नहीं दी जिससे हिदु धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हुईं है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन व दशहरा कमेटी को शहर की जनता को जबाव देना होगा।

विधायक नारंग ने कहा कि पिछले कुछ समय से कोरोना महामारी का प्रभाव कम होने के कारण जहां पंजाब सरकार ने राज्य के स्कूलों को खोलने की अनुमति दे दी है और अनेक प्रतिष्ठान व संस्थान खोल दिए गए हैं। इसके अलावा जलालाबाद में धूमधाम से दशहरा पर्व मनाया गया वहां पर प्रशासन ने किसी को दशहरा मनाने से नहीं रोका तो फिर अबोहर में प्रशासन ने लोगों को उनका पारंपरिक त्योहार मनाने की अनुमति क्यों नहीं दी। उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से चल रहे लाकडाउनन के कारण लोग पहले ही मानसिक रूप से काफी परेशान थे और स्कूली बच्चे भी पिछले कई माह से घरों में ही हैं ऐसे में अब जब उनके उत्साह व उमंग का पर्व आया तो प्रशासन ने उन्हें यह भी मनाने की अनुमति नहीं दी। उन्होंने कहा दशहरा कमेटी कांग्रेस समर्थित होने के कारण ऐसा हुआ है। विधायक ने कहा कि साजिश के तहत इस बार अबोहर में रामलीला मनाने को अनुमति ही नहीं देने दी। उन्होंने कहा कि इसके लिए कांग्रेस नेताओं को शहर की जनता को जबाव देना होगा।

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