जल सप्लाई वर्करों ने निजीकरण के विरोध में किया प्रदर्शन
जल सप्लाई एवं सैनिटेशन कांट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन की ब्रांच जलालाबाद ने कोविड के नियमों की पालना करते हुए गांव आलमके में ग्रामीण वाटर सप्लाई स्कीमों का पंचायतीकरण करने के विरोध में पुतला फूंक कर रोष प्रदर्शन किया गया।
संवाद सूत्र, जलालाबाद: जल सप्लाई एवं सैनिटेशन कांट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन की ब्रांच जलालाबाद ने कोविड के नियमों की पालना करते हुए गांव आलमके में ग्रामीण वाटर सप्लाई स्कीमों का पंचायतीकरण करने के विरोध में पुतला फूंक कर रोष प्रदर्शन किया गया।
इस मौके जिला प्रधान जसविंदर चक्क जानीसर, ब्रांच प्रधान गुरमीत आलमके, बलविंदर, कुंदन सिंह, सुखदेव सिंह सुखी, सतपाल सिंह, राकेश सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार लोगों के लिए पीने वाले पानी की बुनियादी सुविधा का प्रबंध करने से भाग रही है, वहीं जल सप्लाई विभाग की मनैजमैंट व अफसरशाही बिजली विभाग की तरह जल सप्लाई व सैनीटेशन विभाग का निजीकरण करने के लिए नीतियां लागू करने की कोशिशों की जा रही हैं। इसी तरह ही फाजिल्का जिले के कार्यकारी इंजीनियर की तरफ से ग्रामीण जल सप्लाई स्कीमों का पंचायतीकरण करने के नाम पर निजीकरण की नीतियां लागू की जा रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि इसी तरह ही वर्ल्ड बैंक की टीम या सबंधित विभाग का कोई भी नुमाइंदा पंचायतीकरण व निजीकरण की नीतियां लागू करवाने के लिए आने पर उसको काली झंडियां दिखाकर विरोध करने का कार्यक्रम निरंतर जारी रखा जाएगा।
पीडब्लूडी वर्करों ने की रिटायरमेंट का बकाया देने की मांग संवाद सूत्र, फाजिल्का : पीडब्लूडी फील्ड एंड वर्कशाप वर्कर्स यूनियन ब्रांच नगर कौंसिल की ओर से अध्यक्ष कुलबीर सिंह ढाबा, महासचिव कुलवंत राय गाबा व गुरतेज सिंह की ओर से संयुक्त तौर पर चंडीगढ़ के प्रमुख सचिव के नाम पर नगर कौंसिल फाजिल्का में पहुंचे विधायक दविदर घुबाया को एक मांगपत्र सौंपा गया।
इस मौके यूनियन सदस्यों ने विधायक को बताया कि नगर कौंसिल फाजिल्का के तहत जो कर्मचारी वाटर सप्लाई व सीवरेज के काम पर रिटायर हुए हैं। उनको पिछले चार-पांच साल से रिटायरमेंट बकाया जोकि 66 लाख के करीब 9 कर्मचारियों का ड्यू पड़ा है। उसकी पेमेंट न तो नगर कौंसिल फाजिल्का और न ही पंजाब वाटर सप्लाई और सीवरेज मंडल फिरोजपुर की ओर से सीवरेज बोर्ड में की गई। सर्विस की अदायगी नहीं की गई क्योंकि वह पैमेंट पहले प्रमुख सचिव के ही पत्र 21-12-12 अनुसार सीवरेज बोर्ड द्वारा नहीं की जा रही, जिसके इंतजार में चार कर्मचारियों की मौत भी हो चुकी है। विधायक दविदर सिंह घुबाया ने यूनियन के नेताओं को विश्वास दिलाया कि वह निजी तौर पर प्रमुख सचिव स्थानीय सरकार चंडीगढ़ को मिलकर इस मसले का जल्द हल करवाएंगे।