घरों से नहीं निकला पानी, बारिश के दो दिन बाद भी टेंटों में रात काट रहे लोग

जिले में शुक्रवार को शुरू हुई बारिश का सिलसिला भले ही रविवार दोपहर बाद से थम गया लेकिन बारिश के थमने के बाद भी गांव नवां सलेमशाह की स्थिति वैसे की वैसी ही बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 10:38 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 10:38 PM (IST)
घरों से नहीं निकला पानी, बारिश के दो दिन बाद भी टेंटों में रात काट रहे लोग
घरों से नहीं निकला पानी, बारिश के दो दिन बाद भी टेंटों में रात काट रहे लोग

संवाद सूत्र, फाजिल्का : जिले में शुक्रवार को शुरू हुई बारिश का सिलसिला भले ही रविवार दोपहर बाद से थम गया, लेकिन बारिश के थमने के बाद भी गांव नवां सलेमशाह की स्थिति वैसे की वैसी ही बनी हुई है। ड्रेनेज विभाग की ओर से से सेमनाले का पानी भले ही पीछे से बंद कर दिया गया है, लेकिन खेतों व आसपास के क्षेत्र में 20 से 30 फुट तक एकत्रित पानी के कारण सेमनाला अभी भी उफान पर बह रहा है, जिस कारण लोगों के घरों से अभी तक पानी न निकलने से वे टंटों में रात बिताने के लिए मजबूर हो रहे हैं।

गांव निवासी छिद्र कौर, महिद्रों बाई, माया बाई ने बताया कि शुक्रवार को बारिश के बाद से ही सेमनाला पूरी तरह से भर गया। उन्होंने बताया कि उन्हें यहां रहते 20 से 30 साल हो गए हैं, लेकिन आज तक सेमनाले में इतना पानी कभी नहीं देखा। शनिवार देर रात्रि सेमनाले में कई जगहों से दरार आ गई, जबकि कैटल पौंड की तरफ सबसे बड़ा कटाव आने के कारण पहले पानी तेजी के साथ गोशाला में घुसा, जिसके डर से उन्होंने सामान निकालना शुरू किया और ऊंची जगहों पर रखा। अभी वह कुछ सामान ही निकाल पाए थे कि पानी ने चारों तरफ से घेर लिया, जिसके चलते जान बचाने के लिए उन्हें घर छोड़ने पड़े। कई घरों में मिट चुका है नामोंनिशान, कईयों में पड़ी दरारें ग्रामीणों ने बताया कि कच्चे घर तो पानी में बह गए, जिनका अब निशान भी नजर नहीं आ रहा, जबकि तीन दिन से पानी जमा होने के कारण पक्के मकानों की दीवारों में भी दरारें आने लगी हैं। पंचायत व समाजसेवी कर रहे खाने का प्रबंध

टेंटों में रातें गुजार रहे ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत व समाजसेवियों के सहयोग से खाने का सामान तो मुहैया हो रहा है, लेकिन पानी की निकासी न होने के कारण वह रातें टेंट में बिताने को मजबूर हैं।

पानी कम होने पर भरी जाएंगी सेम नाले की दरारें ड्रेनेज विभाग के एसडीओ विवेक मक्कड़ ने कहा कि सेमनाले के टूटने के बाद से ही पानी को पीछे से बंद करवा दिया गया है। लेकिन काफी पानी आसपास के क्षेत्रों व खेतों में भरने के कारण सेमनाला अभी भी भरा हुआ है। पानी के कम होने के बाद ही दरारों को भरने का काम शुरू किया जाएगा। क्योंकि आसपास पानी भरा होने के कारण दरार भरना संभव नहीं।

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