पंडित साधू राम शास्त्री को दी श्रद्धांजलि

उत्तर भारत क्षेत्र में संस्कृत भाषा के विद्वान व राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य रहे स्व. पंडित साधू राम शास्त्री की 8वीं पुण्यतिथि पर महाविद्यालय परिसर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 10:00 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 10:00 PM (IST)
पंडित साधू राम शास्त्री को दी श्रद्धांजलि
पंडित साधू राम शास्त्री को दी श्रद्धांजलि

संवाद सूत्र, फाजिल्का : उत्तर भारत क्षेत्र में संस्कृत भाषा के विद्वान व राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य रहे स्व. पंडित साधू राम शास्त्री की 8वीं पुण्यतिथि पर महाविद्यालय परिसर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कालेज के प्रिसिपल पंडित रामस्वरूप शास्त्री ने बताया कि श्रीराम चरितमानस के अखंड पाठ भोग के बाद पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व अन्य राज्यों से आए पंडित साधू राम के शिष्यों और क्षेत्र वासियों ने शास्त्री जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। शास्त्री जी से करीब 70 साल पहले शिक्षा हासिल कर चुके रिटायर्ड मुख्याध्यापक पंडित राम निवास शर्मा ने बताया कि वह हमेशा कहते थे कि संस्कृत व हिदी भाषा के लिए हमेशा आगे रहना है, जिससे हमारी भारतीय संस्कृति को बचाया जा सके। वो कहते थे कि माता-पिता व गुरु का हमेशा आदर करना चाहिए क्योंकि वह भविष्य निर्माता होते हैं। कार्यक्रम में पंडित साधू राम शास्त्री के बेटे शाम सुंदर शर्मा, उनके साथ विश्व हिदू परिषद के मार्गदर्शक एलडी शर्मा, श्री ब्राह्मण सभा फाजिल्का के प्रधान महेंद्र त्रिपाठी, समाजसेवी सुशील वर्मा, डा. राजेश शर्मा, वीरेंद्र बेगांवाली, विष्णु भगवान शारदा, गोपाल शंकर शर्मा, चंद्रशेखर, चिरंजी लाल शर्मा, श्री सनातन धर्म हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिसिपल राजीव शर्मा, पूर्व प्रिसिपल दिनेश शर्मा व अन्य उपस्थित थे।

शारीरिक विकास के लिए पौष्टिकता जरूरी: धामू संवाद सूत्र, फाजिल्का : राष्ट्रीय पोषण माह के तहत सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कोड़ियांवाली में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला मास मीडिया अधिकारी अनिल धामू ने कहा कि हमारे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए सबसे जरूरी है खाने का पौष्टिकता से भरपूर होना। जब तक हमारे शरीर को सभी पौष्टिक तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट, खनिज, वसा, प्रोटीन विटामिन फाइबर, हरी पत्ते दार सब्•ायिां नहीं मिलेगी शारीरिक विकास सही और संतुलित नहीं होगा।

प्रकृति ने हर मौसम या ऋतु के लिए अलग-अलग फल और सब्जियों को हमें दिया है। लेकिन यहां भी इंसान अपनी मनमर्जी करता है और बिना मौसम और ऋतु के फल जोकि कोल्ड स्टोरेज में रखें होते हैं, खाना पसंद करता है, जबकि इनमें स्टोरेज के बाद वो पौष्टिकता नहीं रहती जो ताजे फलों और सब्जियों में होती है। हमारा खाने का समय भी अस्त व्यस्त हो चुका है। आज सुबह नाश्ता हम जल्दी के कारण मिस कर देते हैं और दोपहर को खाना जो साथ होता है या मिल जाता है, खा लेते हैं। लेकिन रात का खाना खूब पेट भर कर खाते है, जबकि होना तो इसके विपरीत चाहिए कि सुबह का नाश्ता बहुर अच्छा हो, दोपहर का खाना संतुलित और रात का खाना बिल्कुल हल्का फुल्का हो। इस मौके रंजू बाला, अरुण गुप्ता, परमिदर सिंह, सीमा व अन्य उपस्थित रहे।

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