फाजिल्का की ऐतिहासिक इमारतों के दिन बदलने की उम्मीद

फाजिल्का की ऐतिहासिक इमारतों के दिन एक बार फिर लौटने की उम्मीद जाग गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 09:56 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 09:56 PM (IST)
फाजिल्का की ऐतिहासिक इमारतों के दिन बदलने की उम्मीद
फाजिल्का की ऐतिहासिक इमारतों के दिन बदलने की उम्मीद

संवाद सूत्र, फाजिल्का: फाजिल्का की ऐतिहासिक इमारतों के दिन एक बार फिर लौटने की उम्मीद जाग गई है। फाजिल्का शहर की ऐतिहासिक इमारतों रघुवर भवन, गोल कोठी और शहर के बीचो-बीच बनाया गया राम नारायण क्लाक टावर की देखरेख और उन्हें पुरानी लुक देने के लिए जल्दी टीम भेजने और फंड जारी करने का पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ से घोषणा की गई है। यह घोषणा यहां बस स्टैंड व जिला अस्पताल का उदघाटन करने के लिए पहुंचे पंजाब के मुख्यमंत्री ने स्टेडियम में जनसभा के दौरान की है।

इस घोषणा पर फाजिल्का के इतिहासकार लछमण दोस्त ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, विधायक दविंद्र सिंह घुबाया और नगर कौंसिल के अध्यक्ष एडवोकेट सुरिन्द्र सचदेवा का आभार व्यक्त किया है। लछमण दोस्त ने बताया कि पंजाब सरकार के सांस्कृतिक मामले, पुरातत्व विभाग की तरफ से फाजिल्का के अंतिम छोर पर 1901 में निर्मित रघुवर भवन और लड़कों के सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल में 1914 में ब्रिटिश सरकार द्वारा निर्मित गोल कोठी को 2015 में विरासती इमारतों का दर्जा दिया जा चुका है, लेकिन किसी भी सरकार ने इनकी संभाल नहीं की, जिस कारण इन इमारतों में से रघुवर भवन की इमारत खंडहर बन चुकी है। इस इमारत के छह कमरे गिर चुके हैं और बाकी इमारत भी गिरने के कगार पर पहुंच चुकी है। इसे मात्र पीपल के पेड़ का ही सहारा है। उन्होंने बताया कि नगर सुधार ट्रस्ट द्वारा रघुवर भवन के चारों ओर इमारत की सुरक्षा के लिए चारदिवारी बनाई गई, लेकिन बीते माह आई बारिश के कारण दीवार एक तरफ से गिर गई। इसके अलावा नगर सुधार ट्रस्ट की तरफ से लगाया गया गेट भी बंद नहीं किया जा सकता। उसे बंद करने के लिए बनाई गया हिस्सा भी टूट चुका है। उन्होंने बताया कि गोल कोठी की हालत भी काफी खस्ता हो चुकी है। राम नारायण क्लाक टावर की संभाल भी जरूरी हो गई है। क्योंकि फाजिल्का में आने वाला हर व्यक्ति घंटा घर की इमारत को देखता है और इसकी तस्वीर भी पंजाब विधान सभा की आर्ट गैलरी में लगाई गई है। उन्होंने बताया कि अगर इन इमारतों को पुरानी लुक देकर इनकी देखरेख की जाती है तो यहां पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा होगा। वहीं मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद मोहल्ला नईं आबादी इस्लामाबाद, टीचर कालोनी, धींगड़ा कालोनी व बस्ती चंदोरां के लोगों में भी खुशी की लहर पाई जा रही है।

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