निगम के सफाई कर्मियों ने लौटाए सम्मान पत्र
नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने बकाया वेतन की मांग को लेकर संघर्ष को तेज करते हुए मंगलवार को शहर में रोष मार्च निकालने के बाद नगर निगम कमिश्नर की रिहायश के बाहर धरना दिया।
संवाद सहयोगी, अबोहर : नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने बकाया वेतन की मांग को लेकर संघर्ष को तेज करते हुए मंगलवार को शहर में रोष मार्च निकालने के बाद नगर निगम कमिश्नर की रिहायश के बाहर धरना दिया। इससे पूर्व नगर निगम के कर्मचारियों ने बाजार नंबर 12 मुख्य चौंक पर जाम लगा निगम के खिलाफ नारेबाजी भी की। सुबह 11 बजे से साढ़े करीब बजे तक जब कमिश्नर सफाई कर्मियों से बातचीत करने नहीं आए तो सफाई कर्मियों ने निगम की ओर से दिए गए सम्मान पत्र एसई को लौटा दिए।
सफाई कर्मचारियों ने कहा कि वाल्मीकि जी की जयंती उनके लिए बहुत बड़ा त्योहार है। ऐसे में सफाई सेवकों को निगम की ओर से पिछले करीब पांच माह से वेतन न मिलने के कारण भारी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और उनका यह त्योहार फीका गुजर रहा है। उन्होंनं कमिश्नर के घर के बाहर प्रदर्शन के बाद निगम की ओर से उन्हें दिए गए सम्मान पत्रों को लेकर रोष जताया, लेकिन निगम कमिशनर या कोई भी अन्य अधिकारी उनकी समस्या सुनने नहीं पहुंचा तो कुछ सम्मान पत्रों को कमिश्नर की कोठी के बाहर चिपका कर रोष जताया गया। उन्होंने कहा कि निगम की ओर से उनको दिए गए पत्र उनके काम के नहीं क्योंकि इससे पेट भरने वाला नहीं। उन्होंने अपने सम्मान पत्र एसई संदीप गुप्ता को सौंपते हुए इन्हें कमिश्नर तक पहुंचाने की अपील की।
इस मौके पर सफाई सेवक यूनियन की संघर्ष कमेटी के सुनील भगानिया, मुकेश सोनी, सुरेश भुंबक, मुरारी लाल, मौजी राम तथा अन्य सफाई सेवक मौजूद थे। उन्होंने कहा कि यूनियन के प्रांत स्तरीय नेताओं से मिलकर संघर्ष को तेज किया जाएगा। छह माह का वेतन है बकाया
निगम के रेगुलर 135 सफाई कर्मी हैं, जिनका मई 21 से लेकर अक्टूबर 2021 तक का वेतन बकाया है। उधर, कांग्रेसी पार्षदों ओम प्रकाश ढिलोढ, राज कुमार टांक, धर्मवीर मलकट और विनय कुमार व समाज के नेता प्रेम कुमार ने उनके रोष प्रदर्शन का समर्थन किया। निगम कमिश्नर ने नहीं उठाया फोन
इस संबध में निगम कमिश्नर अभिजीत कपलिश से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया ।