सुजावलपुर धाम में डेढ़ साल बाद लौटी रौनक

कोरोना के कारण बंद हुए धार्मिक स्थलों पर भी अब धीरे-धीरे रौनक लौटने लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 09:40 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 09:40 PM (IST)
सुजावलपुर धाम में डेढ़ साल बाद लौटी रौनक
सुजावलपुर धाम में डेढ़ साल बाद लौटी रौनक

संवाद सहयोगी, अबोहर : कोरोना के कारण बंद हुए धार्मिक स्थलों पर भी अब धीरे-धीरे रौनक लौटने लगी है। भारत-पाक सीमा पर स्थित गांव सुजावलपुर में स्थित मंदिर बाबा खेत्रपाल सुजावलपुर धाम में रविवार को काफी समय के बाद चौदस मेले का आयोजन किया गया, जिसमें कोरोना नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालुओं ने माथा टेका।

मेले में सुबह से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया था, जो शाम तक जारी रहा। श्रद्धालुओं ने पहले मंदिर संस्थापिका बेबे राम प्यारी की समाधि पर माथा टेका व बाद मंदिर में जाकर शीश झुकाया। यहां पर श्रद्धालुओं ने बाबा जी के आदेशानुसार पौधे भी लगाए। गौरतलब है कि संगत को मन्नत पुरी होने पर स्व. बाबा आशा देवी जी पौधा लगाने का आदेश देते थे, जिसके तहत संगत ने अलग अलग फलों के पौधे लगाए जिसमें आम व अमरूद के पौधे शामिल हैं। कोरोना के कारण करीब डेढ साल से यहां पर चौदस मेले में श्रद्धालुओं के आगमन पर प्रशासन के आदेशों पर रोक लगा दी गई थी। रविवार को मेले में श्रद्धालुओं को आने की अनुमति मिलने पर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह व श्रद्धा देखी गई।

उधर, कोरोना के कारण सालासर धाम व खाटू श्याम पर भी श्रद्धालुओं के आगमन पर रोक लगी हुई थी, जिसे अब हटा दिया गया है जिसके चलते भारी संख्या में श्रद्धालु सालासर धाम व खाटू श्याम में पहुंच रहे है। अबोहर से भी काफी संख्या में श्रद्धालु सालासर धाम के दर्शनों के लिए पैदल व वाहनों पर गए हुए हैं व रोजाना यहां से जत्थे जा रहे हैं। श्रदालुओं ने कहा कि पिछले काफी समय से कोराना के कारण धार्मिक स्थलों पर लगी रोक के कारण वह वहां पर जा नहीं पा रहे थे लेकिन अब जब सब कुछ सामान्य हो रहा है तो धार्मिक स्थल भी खुल गए हैं जहां से फिर रौनक लौटने लगी है।

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