छात्रों ने किया बार्डर का दौरा

सीमा सुरक्षा बल की ओर से अपने स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की कड़ी में सीसुब की 52 बटालियन की ओर से स्थानीय आत्म वल्लभ सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 90 विद्यार्थियों को सीमा चौकी जगन्नाथ का भ्रमण करवाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 03:53 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 10:00 PM (IST)
छात्रों ने किया बार्डर का दौरा
छात्रों ने किया बार्डर का दौरा

संवाद सहयोगी, फाजिल्का : सीमा सुरक्षा बल की ओर से अपने स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की कड़ी में सीसुब की 52 बटालियन की ओर से स्थानीय आत्म वल्लभ सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 90 विद्यार्थियों को सीमा चौकी जगन्नाथ का भ्रमण करवाया गया।

डिप्टी कमांडेंट जेके सिंह ने बताया कि स्कूल के 90 छात्र-छात्राओं के साथ उनके चार शिक्षक व तीन अन्य स्टाफ को सीमा चौकी का भ्रमण करवाया गया। इस भ्रमण कार्यक्रम का उद्देश्य देश के भविष्य विद्यार्थियों को उन हालातों से रूबरू करवाना था, जिन कठिन परिस्थितियों में सीमा सुरक्षा बल के जवान लगातार 24 घंटे देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं। चौकी पर पहुंचकर उन्हें हथियारों चलाने संबंधी जानकारी दी गई, वहीं डॉग स्कवायड और घुड़सवारों द्वारा बार्डर पर लगाई फेंसिग की पेट्रोलिग की कार्य प्रणाली से अवगत करवाया गया। वहीं उन्हें फेंसिग के पार भारतीय क्षेत्र में पड़ते खेतों में जाकर काम करने वाले किसानों व मजदूरों को सुरक्षित लेकर जाने व वापस लेकर आने के साथ साथ हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने और गलती से या जान बूझकर सीमा पार करके आने वाले पाकिस्तानी नागरिकों व घुसपैठियों से कैसे निपटा जाता है, के बारे में भी बताया गया।

इससे पहले जगन्नाथ चौकी पहुंचने पर सीमा सुरक्षा बल के चौकी प्रभारी चरणजीत सिंह ने सभी का स्वागत किया। विद्यार्थियों के लिए जलपान का प्रबंध भी सीसुब की ओर से किया गया। सादकी चौकी पर भी करवाया गया कार्यक्रम

बीएसएफ के 57वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों के तहत भारत-पाक सीमा की सादकी चौकी के प्रांगण में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके 181वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट केके मायल ने फाजिल्का के लाला सर्वहितकारी विद्या मंदिर के छात्र छात्राओं को 1971 के भारत-पाक युद्ध के इतिहास के बारे में जानकारी दी। बार्डर एरिया विकास फ्रंट के प्रधान एलडी शर्मा व सरहद सोशल वेलफेयर सोसायटी के प्रधान राकेश नागपाल ने 1965 और 1971 भारत-पाक युद्ध की आंखों देखी घटना सुनाई। इस मौके कंपनी कमांडेंट डीएस सैनी, इंसपेक्टर दिवेश आर्य ने स्कूली बच्चों को विभिन्न हथियारों के बारे में जानकारी दी।

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