पराली का धुआं वातावरण के लिए खतरा

कृषि विभाग की ओर से धान की पराली की सांभ-संभाल के लिए गांव आजमवाला वल्लेशाह उताड़ और चक्क गरीबां सांदड़ में किसानों को जागरूक करने के लिए कैंप लगाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 09:43 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 09:43 PM (IST)
पराली का धुआं वातावरण के लिए खतरा
पराली का धुआं वातावरण के लिए खतरा

संवाद सूत्र, फाजिल्का : कृषि विभाग की ओर से धान की पराली की सांभ-संभाल के लिए गांव आजमवाला, वल्लेशाह उताड़ और चक्क गरीबां सांदड़ में किसानों को जागरूक करने के लिए कैंप लगाया गया। कैंप के दौरान डा. भुपिदर कुमार व डा. राजिदर वर्मा ने किसानों को पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया।

उन्होंने किसानों को पराली की संभाल के लिए सुपर सीडर, हैप्पीसीडर, एम बीज पलो आदि यंत्रों का प्रयोग करने की सलाह भी दी। इस दौरान किसानों को पराली को आग लगाने से मानव, पक्षी और जानवर पर होने वाले बुरे प्रभावों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि किसानों को आधुनिक यंत्रों के प्रयोग से पराली की खेत में ही मिला देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पराली का धुआं जहां वातावरण के लिए बड़ा खतरा है। वहीं हाईवे के साथ फसलों को आग लगाने से किसी बड़े हादसे के होने का खतरा भी बना रहता है। इसलिए किसान मानवता के लिए पराली को आग न लगाए। इस मौके एडीओ डा. शैफाली ने किसानों से अपील की कि वह धान के अलावा दूसरी फसलों की कृषि भी करें। इस मौके एटीएम कमलप्रीत के अलावा विभिन्न गांवों के किसान उपस्थित थे।

डेंगू से बचाव के लिए फागिंग मशीनें की रवाना संवाद सूत्र, जलालाबाद : नगर कौंसिल जलालाबाद के प्रधान विकासदीप चौधरी के नेतृत्व, कार्यकारी अधिकारी पूनम भटनागर व सैनेट्री इंस्पेक्टर जगदीप सिंह के सहयोग से डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए फागिग मशीन टीमों को हरी झंडी देकर रवाना किया गया।

नगर कौंसिल जलालाबाद की फागिग टीम द्वारा वार्ड स्तर पर समय अनुसार फागिग की तैयारी की गई है। इस मौके पर विक्रम सोढी, सतीश कुमार, बलविन्दर सिंह पप्पू काऊंसलर, लव परूथी और अन्य नगर कौंसिल कर्मचारी मौजूद थे।

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