स्कूलों में लौटी रौनक, 122 दिन बाद बजी स्कूल की घंटी
कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर कम होने के चलते पंजाब सरकार ने स्कूलों को फिर से शुरू करने की आज्ञा दे दी है। इसके तहत सोमवार को दसवीं से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुल गए हैं।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर कम होने के चलते पंजाब सरकार ने स्कूलों को फिर से शुरू करने की आज्ञा दे दी है। इसके तहत सोमवार को दसवीं से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुल गए हैं। पहले दिन भले ही विद्यार्थियों की संख्या कम रही, लेकिन अध्यापकों ने बच्चों को क्लास के अलावा आनलाइन तरीकों से पढ़ाई करवाई। करीब 122 दिन बाद स्कूल में घंटी बजी।
फाजिल्का के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कन्या में सुबह आठ बजे से बच्चों का आना शुरू हो गया था। गेट पर मौजूद कर्मचारी ने सभी बच्चों को मास्क पहनकर रखने के लिए कहा। जिनके पास मास्क नहीं थे, उनको मास्क उपलब्ध करवाए। वहीं गेट पर ही सैनिटाइज मशीन पड़ी हुई थी, जहां विद्यार्थियों को सैनिटाइज के बाद उनका बुखार चेक किया गया। इसके बाद उन्हें कक्षा परिसर में प्रवेश मिला। ऐसा ही कुछ नजारा विभिन्न सरकारी स्कूलों का था। इसके अलावा प्राइवेट स्कूलों में भी बच्चे मास्क पहनकर स्कूल पहुंचे। हर कक्षा में बैंचों की समर्था के अनुसार बच्चों को ही बैठाया गया। विद्यार्थियों की बात करें तो पहले दिन सरकारी स्कूलों की अपेक्षा प्राइवेट स्कूलों में बच्चे ज्यादा दिखाई दिए। इस दौरान विद्यार्थी अपने साथ अभिभावकों द्वारा हस्ताक्षर किया पत्र साथ लेकर पहुंचे। इस दौरान फाजिल्का के एक प्राइवेट स्कूल में बच्चे को छोड़ने के लिए आए संजीव कुमार, सरकारी स्कूल लड़के में पहुंचे जसवीर कुमार, सरकारी कन्या स्कूल में पहुंचे चंचल कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते पिछले सात महीने से बच्चे घर पर ही बैठे थे। अब स्कूल खुल जाने से बच्चों का ध्यान एक बार फिर से शिक्षा की तरफ होगा। भले कोरोना के दौरान आनलाइन पढ़ाई चलती रही, लेकिन पढ़ाई को लेकर अनुशासन स्कूलों में ही दिख सकता है। कोविड को लेकर जारी की हिदायतों का स्कूल के साथ -साथ वह भी पालन करेंगे और बच्चों को घर से ही खाना व पानी देकर भेजेंगे।