साझा अध्यापक मोर्चा ने पुतला फूंक का किया प्रदर्शन

सांझा अध्यापक मोर्चा ने पंजाब सरकार का पुतला फूंक प्राइमरी स्कूलों को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 04:44 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 05:48 PM (IST)
साझा अध्यापक मोर्चा ने पुतला फूंक का किया प्रदर्शन
साझा अध्यापक मोर्चा ने पुतला फूंक का किया प्रदर्शन

संस, अबोहर : सांझा अध्यापक मोर्चा ने पंजाब सरकार का पुतला फूंक प्राइमरी स्कूलों को खत्म करने का आरोप लगा रोष प्रदर्शन किया। ब्लाक अबोहर एक में विनय कुमार, ब्लाक अबोहर दो में महावीर कुमार और खुइयां सरवर में राकेश कुमार के नेतृत्व में अध्यापकों ने प्रदर्शन किया।

इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा विभाग ने नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों का दाखिला सरकारी सेकेंडरी स्कूलों में शुरू करके प्राइमरी स्कूलों को खत्म करने की साजिश की जा रही है, जबकि इससे पहले मिडिल स्कूलों में आर्ट एंड क्राफ्ट और पीटीआइ के पदों को खत्म किया जा चुका है, फिर 228 पीटीआई को ब्लाकों में शिफ्ट कर दिया गया और अब तबादलों के दौरान मिडिल स्कूलों की सभी पदों को सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में शिफ्ट करके मिडिल स्कूलों को भी खत्म किया जा रहा है। अध्यापकों ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा किए गए प्राइमरी अध्यापकों के तबादले 50 दिन बीतने के बाद भी लागू नहीं किए जा रहे जिस कारण अध्यापकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इस मौके पर अध्यापकों ने कहा कि सेंटर हेड टीचर को रोजाना एक स्कूल में जाने वाला पत्र जारी कर उनको अपने स्कूल से बाहर किया जा रहा है इसलिए यह पत्र तुरंत रद्द किया जाए, इसके अतिरिक्त अध्यापकों पर रोजाना दाखिला बढ़ाने के लिए उन पर दबाव डाला जा रहा है और इस कोरोना काल में उनको घर घर जाकर दाखिला बढ़ाने के लिए परेशान किया जा रहा है। अध्यापकों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि शिक्षा विभाग द्वारा परसोनल विभाग के आदेशों को लागू ना करने के खिलाफ वह दखल दे क्योंकि इससे अध्यापक वर्ग में सरकार के प्रति रोष गहराता जा रहा है पंजाब सरकार द्वारा समस्त सरकारी विभागों में 50 प्रतिशत स्टाफ से काम करते हुए बाकी स्टाफ को घर से काम करने के लिए कहा गया है लेकिन पंजाब में प्राइमरी स्कूलों और मिडिल स्कूलों में पूरे स्टाफ को बुलाया जा रहा है। प्रत्येक गतिविधि को सोशल मीडिया में प्रचार करने वाले किसी भी स्टेट, जिला, ब्लॉक मीडिया कोऑर्डिनेटर को इन अध्यापकों के मृत्यु के बारे में पता ही नहीं लगा। पंजाब सरकार के परसोनल विभाग द्वारा जारी कोरंटाइन लीव पत्र को शिक्षा विभाग ने न मानते हुए अध्यापकों को मेडिकल छुट्टी लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इस मौके पर भगवंत भटेजा, राजिदर बराड़, रविद्र शर्मा, दिनेश कुमार, सज्जन कुमार, दविदर बराड़, रविद्र बराड़, सुखविदर सिंह, कुलजीत सिंह, कुलवीर सिंह मौजूद थे।

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