फाजिल्का में हल्की बूंदाबांदी ने दिलाई गर्मी से राहत

दो दिन पहले हुई बारिश के बाद शुक्रवार का फिर से मौसम में अचानक बारिश होने से गर्मी से राहत मिली।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 04:44 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 04:44 PM (IST)
फाजिल्का में हल्की बूंदाबांदी ने दिलाई गर्मी से राहत
फाजिल्का में हल्की बूंदाबांदी ने दिलाई गर्मी से राहत

संवाद सूत्र, फाजिल्का : दो दिन पहले हुई बारिश के बाद शुक्रवार का फिर से मौसम में अचानक परिवर्तन आ गया है। काले बादलों के साथ चली तेज हवाओं ने लोगों को भीषण गर्मी से निजात दिलाई। भले ही बारिश के रूप में हलकी बूंदाबांदी ही हुई। लेकिन इस बूंदाबांदी के चलते जो तापमान वीरवार को 35 डिग्री से अधिक था, वह गिरकर 28 डिग्री तक पहुंच गया।

उधर, फाजिल्का की अनाज मंडी की बात करें तो भले ही मौसम के एक बार फिर से खराब होने के चलते लिफ्टिग की रफ्तार तो तेज कर दी गई है। लेकिन अभी भी वहां कीचड़ व पानी भरने की समस्या खत्म नहीं हुई।

वहीं बात अगर मौसम विभाग की करें तो 12 व 13 मई को बारिश होने की संभावना जताई गई थी, जिसके तहत 13 मई को बारिश हुई भी। लेकिन 15 मई को एक बार फिर से मौसम में आए बदलाव ने किसानों व आढ़तियों की चिता बढ़ा दी है। भले ही मंडी में 100 प्रतिशत फसल के बिक जाने के चलते किसानों को ज्यादा चिता नही है। लेकिन आढ़तियों को गेहूं को भीगने से बचाने को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि दो दिन पहले ही हुई बारिश के कारण काफी मात्रा में गेहूं की बोरियां खुले आसमान के नीचे भीग गई थी। हालांकि मौसम खराब होते ही आढ़तियों ने तिरपालों के जरिए फसलों की ढेरियों को ढक दिया, लेकिन ज्यादा बारिश न होने के चलते आढ़तियों ने राहत की सांस ली।

उधर, मौसम में परिवर्तन के चलते लोगों को गर्मी से राहत मिलती नजर आई। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को बादल छाए रह सकते हैं, जबकि बारिश की संभावना कम है। मौसम परिवर्तन में रखें विशेष ध्यान: डा. परमिंद्र सिंह

सिविल सर्जन डा. परमिद्र सिंह ने लोगों से अपील की है कि मौसम परिवर्तन हो रहा है। ऐसे में बारिश के साथ साथ तेज हवाएं भी चल रही हैं। जोकि हर व्यक्ति के अलावा बच्चों व बुजुर्गो को खास तौर पर बीमार कर सकती हैं। ऐसे में जरूरत के अनुसार ही घर से बाहर निकाला जाए और हर समय चेहरे को मास्क से ढककर रखें। इसके अलावा सर्द मौसम में ठंडा पानी पीने से परहेज करें, क्योंकि इससे सर्दी जुखाम लगने का खतरा बना रहता है।

chat bot
आपका साथी