रिश्तेदारों ने फर्म बना की जालसाजी, युवक ने कार में निगला कीटनाशक

अबोहर की नई सड़क पर शुक्रवार शाम को एक कार में एक युवक बेहोशी की हालत में मिला है

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 10:20 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 10:20 PM (IST)
रिश्तेदारों ने फर्म बना की जालसाजी, युवक ने कार में निगला कीटनाशक
रिश्तेदारों ने फर्म बना की जालसाजी, युवक ने कार में निगला कीटनाशक

संवाद सहयोगी, अबोहर : अबोहर की नई सड़क पर शुक्रवार शाम को एक कार में एक युवक बेहोशी की हालत में मिला है, जिसे अबोहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से उसकी हालत को गंभीर देखते हुए रेफर कर दिया गया व परिजन उसे निजी अस्पताल में ले गए है। युवक की हालत नाजुक बनी हई है।

अबोहर की नई सड़क पर कुछ लोगों ने शुक्रवार शाम को एक कार को खड़ा देखा। कार की एक खिड़की खुली हुई थी व कार में म्यूजिक चल रहा था, जब लोगों ने युवक को कार में देखा तो सूचना नर सेवा समिति के प्रधान राजू चराया व सदस्य बिट्टू नरूला को दी, जिन्होंने मौके पर पहुंच पुलिस को सूचना दी। जांच करने पर युवक के हाथ से कीटनाशक दवा का लिफाफा भी मिला है, जिससे आशंका है उसने आत्महत्या की कोशिश की है। पुलिस को जांच के दौरान युवक की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है। युवक की पहचान सागर कुमार पुत्र राकेश कुमार निवासी कंधवाला रोड दशमेश नगर के रूप में हुई है। युवक की पत्नी ने कहा कि ललित का रिश्तेदार के विवाद है।

सुसाइड नोट में पत्नी व बच्चों से मांगी माफी

सागर की जेब से मिले सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि कुछ लोगों से तंग परेशान होकर वह अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा है व उसने इसके लिए अपनी बीवी व बच्चों से माफी मांगी है। सुसाइड नोट में युवक ने लिखा है कि ललित गोयल व उसका भाई कुलदीप गोयल व उनके पिता प्रेम गोयल निवासी अग्रवाल कालोनी सिरसा व उनका पार्टनर अशोक निवासी फतेहाबाद उसके घर आए और उसके नाम से फर्म बनाकर भविष्य में कोई अच्छा काम करवाने का भरोसा दिया। सुसाइड नोट में लिखा है कि तीन महीने बाद उसे जीएसटी विभाग से नोटिस मिले तो पता कि चारों उसके नाम पर बनाई फर्म से स्क्रैप का नौ करोड़ का कारोबार कर चुके है। इस बारे में जब आरोपितों से पूछा तो चारों ने मिलने से इन्कार करने लगे। उसकी फर्म में एक करोड 70 लाख का स्टाक बकाया है, जिसको जीएसटी अफसरों को वैरीफाई न करवाने पर एक करोड़ नौ लाख की पैनल्टी बन गई है। इतनी राशि मैं कभी नहीं चुका पाउंगा। मेरी फर्म से यह सारा काम इन चारों ने किया है। मैंने कई बार मिन्नतें की कि आपने जो किया है। उसकी भरपाई करें पर आरोपितों ने साफ इन्कार कर दिया। सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने कई बार पुलिस अधिकारियों को भी शिकायतें दी पर कोई कारवाई नहीं की। मुझे जीएसटी आफिस सिरसा से प्रेशर है कि या तो मैं अपना स्टाक वैरीफाइ करवाऊं सा फिर एक करोड़ नौ लाख की पैनल्टी दूं। मैं निर्दोष हूं इतनी राशि कभी नहीं भर पाऊंगा। इसलिए सुसाइड कर रहा हूं।

युवक के होश में आने पर लिए जाएंगे बयान : एएसआइ

उधर, नगर थाना के एएसआई सुखविदर सिंह ने बताया कि बेहोशी की हालत में मिले सागर की जेब से सुसाइड नोट मिला है जिसको कब्जे में ले लिया गया है फिलहाल सागर बयान देने की सूरत में नहीं है। उसके ठीक होने पर उसके बयान लेकर कार्रवाई की जाएगी।

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