पर्यावरण की परवाह किए बिना पराली जला रहे किसान

भले ही जिला प्रशासन किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित कर रहा और गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 10:22 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 10:22 PM (IST)
पर्यावरण की परवाह किए बिना पराली जला रहे किसान
पर्यावरण की परवाह किए बिना पराली जला रहे किसान

संवाद सूत्र, फाजिल्का : भले ही जिला प्रशासन किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित कर रहा और गांव-गांव जाकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है। इसके बावजूद कुछ किसान लगातार आदेशों की परवाह ना करते हुए धान की पराली को आग लगा रहे हैं। हालात यह हो गए हैं कि पराली का धुआं आसमान पर चढ़ने लगा है, जिससे धरती पर सूरज की कम ही किरणें पहुंच पा रही हैं। वीरवार सुबह दस बजे तक आसमान में धुएं की चादर दिखाई दी।

जिले में 17 अधिकारी लगाए गए हैं जोकि धान की पराली को जलाने से रोकने के लिए अपने टीम सदस्यों के साथ गांवों में जाकर किसानों को जागरूक कर रहे हैं। जिले के 317 गांवों में धान की बिजाई की गई हे। उक्त क्लस्टर इंचार्ज यह भी देख रहे हैं कि कौन से गांव के पास पराली प्रबंधन के लिए कौन सी मशीनरी है, किस व्यक्ति या किस सोसायटी के पास है। उनके द्वारा यह भी देखा जा रहा है कि पराली प्रबंधन की मशीनों के द्वारा जम्मींदार पराली को आग लगाने की बजाय सही ढंग से निपटारा करें । लेकिन इसके बावजूद लगातार किसान पराली को आग लगा रहे हैं। फाजिल्का से जलालाबाद के रास्ते में ही कई जगह पर किसानों की ओर से पराली को आग लगाई गई है

मुख्य कृषि अधिकारी सुरिन्दर सिंह ने किसानों से अपील की कि धरती की उपजाऊ शक्ति बरकरार रखने, लंबे समय तक टिकाऊ और लाभदायक खेती करने के लिए धान की पराली को किसी भी कीमत पर आग न लगाई जाए। उन्होंने कहा कि कृषि और किसान भलाई विभाग की तरफ से कोविड-19 को मुख्य रखते हुए जिले के किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूकता मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि रबी की फसल और खरीफ की फसलों के प्रति एकड़ अधिक झाड़ लेने के चलते धरती की उपजाऊ शक्ति प्रति दिन कम होती जा रही है। कृषि और किसान भलाई विभाग की तरफ से पराली को खेतों में प्रबंधन करने के लिए किसान ग्रुपों, सहकारी सभाओं और किसानों को हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, जीरो ड्रिल, एमबी प्लो, चोपर, मल्चर, सुपर एसएमएस आदि नवीनतम खेती मशीनरी 50 प्रतिशत सब्सिडी पर मुहैया करवाई जा रही है।

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